आचार्य विद्यासागर के समाधि लेने को लेकर श्रद्धांजलि सभा आयोजित
रामगढ़ (अलवर / राधेश्याम गेरा) आचार्य विद्यासागर के समाधि ब्रह्मलीन होने पर रामगढ़ जैन समाज के सामंती सदन में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई । इस बारे में जैन समाज के प्रवक्ता अजीज जैन ने बताया कि आचार्य विद्यासागर पंचम काल के भगवान और अति विशिष्ट चमत्कारी संत थे। आपने जैन धर्म का अगमपूर्वक पालन करते हुए सभी लोगों को अहिंसा के मार्ग पर चलने को आह्वान किया और कहा कि यदि आपको जीवन में सही ढंग से धर्म का पालन करना है तो आप शुद्ध शाकाहार के साथ-साथ परोपकारी बने जिससे गरीब लोगों का उत्थान हो सके । और कहा था कि जब तक देश में गरीबी और अशिक्षा दूर नहीं होगी तब तक भारत अपनी पहचान नहीं बन सकेगा। आचार्य विद्यासागर ने अनको पुस्तकें लिखी है।आचार्य के समाधिस्थ होने पर आज संपूर्ण भारत के प्रतिष्ठान बंद रहे और सभी ने अश्रु पूर्ण विदाई देते हुए उन्हें शत-शत नमन किया।