फूलेरादोज को माली समाज द्वारा द्वितीय सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन:21 जोड़े परिणय सूत्र में बंधेगे
माली महासभा का प्रथम लक्ष्य पीडि़त मानवता की सेवा: माली
महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष माली ने दिया एक लाख ईक्कीस हजार रूपये का सम्मेलन में सर्वाधिक सहयोग
भीलवाड़ा : राजकुमार गोयल
भीलवाड़ा 28 फरवरी। भीलवाड़ा शहर के पुर स्थित घाटी के हनुमानजी परिसर में 11 मार्च फूलेरादोज को माली समाज द्वारा द्वितीय सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन में 21 जोड़े परिणय सूत्र में बंधेगे। सम्मेलन को लेकर तैयारियों जोरो पर है। वहीं इस सम्मेलन को लेकर समाज में भी उत्साह का माहौल है और सभी समाजबंधु एकजुट होकर विवाह सम्मेलन में भरपूर सहयोग कर सफल बनाने में जुटे हुए है। इसी सहयोग की कड़ी में माली समाज के अग्रणी नेता व राजस्थान प्रदेश माली सैनी महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल लाल माली (पत्रकार)ने सामूहिक विवाह समिति को 1,21,000/- रूपये की सहयोग राशि का चेक भेंट कर सम्मेलन में सर्वाधिक सहयोग करने वाले भामाशाह रहे।
इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष माली ने कहा कि सामूहिक विवाह सिर्फ एक विवाह का आयोजन भर नहीं है, अपितु इसके प्रभाव और समाज हित में लाभ बड़े दूरगामी हैं। किसी कमजोर, जरूरतमंद या असहाय परिवार की कन्या का विवाह कराने से बढ़कर कोई पुण्य नहीं है। इससे समय की बर्बादी, दान-दहेज और फिजूलखर्ची जैसी कुरीतियों से भी समाज को मुक्ति मिल सकती है। धर्म, जाति और संप्रदाय से उपर उठकर हमारा पहला लक्ष्य पीडि़त मानवता की सेवा है। हम समाज के अंतिम छोर पर खड़े जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचना चाहते है, जो अब तक बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित है।
इसी सहयोग की कड़ी में जगदीश गोयल ने 1,11,000/- रूपये व सत्यनारायण माली (गुलगांवा) ने 51,000/- रूपये तथा उदयलाल माली (संकल्प महाविद्यालय) द्वारा 31000/- रूपये विवाह समिति को सहयोग प्रदान किया। इसी के साथ ही कई भामाशाहों ने खाद्य सामग्री के साथ-साथ अन्य सामान उपहार स्वरूप देने की घोषणा की। सभी भामाशाहों का विवाह समिति द्वारा धन्यवाद व आभार ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर माली विकास सेवा संस्थान पुर के अध्यक्ष भैरूलाल माली, सहसचिव शंकरलाल गोयल, संरक्षक रामस्वरूप माली, भंवर सतरावला, कैलाश नुईवाल, लालचंद माली, नानूराम गोयल, कैलाश माली, भवानीराम माली, नारायण कनवासिया, कन्हैयालाल बुलिवाल, रमेश माली, भैरूलाल माली, रामस्वरूप माली सहित माली समाज के कई सम्मानीयगण उपस्थित थे।