संभागीय आयुक्त ने किया सेवर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का आकस्मिक निरीक्षण
स्वास्थ्य केन्द्र की व्यवस्थाओं को सुधारने के दिये निर्देश
रोगियों के उपचार में नहीं बरतें लापरवाही, चिकित्सक भी समय पर उपस्थित होने का रखें ध्यान...सांवरमल वर्मा
भरतपुर, 9 मार्च। संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा ने शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सेवर का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा भवन में साफ सफाई में सुधार करने के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं को दुरूस्त कर रोगियों को बेहतर उपचार मुहैया कराने के निर्देश दिये। संभागीय आयुक्त ने सीएचसी के निरीक्षण के दौरान चिकित्सा कर्मियों की उपस्थिति पंजीका के आधार पर कार्मिकों की उपस्थिति की जॉच की जिसमें 19 चिकित्सा कार्मिकों में से 8 कार्मिक अनुपस्थित पाये गये जहॉ तक कि चिकित्सा प्रभारी भी समय से चिकित्सालय में उपस्थित नहीं पाये गये जिस पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुये मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. असित श्रीवास्तव को सीएचसी सेवर पर बुलाया । निरीक्षण के दौरान सामान्य पुरूष व महिला वार्ड में कोई भी रोगी भर्ती नहीं पाया गया जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की तथा वार्ड में बैडों के सुव्यवस्थित तरीके से नहीं पाये जाने, खिडकियों में पर्दे न होने तथा शौचालय में गंदगी होने के साथ ही वाशवेसन भी सही नहीं पाया गया जिनको सही कराने और साबुन आदि की व्यवस्था दुरूस्त रखने की बात कही। उन्होंने प्रसव कक्ष का भी अवलोकन किया और चिकित्सा कर्मियों से चिकित्सालय में होने वाले प्रसवों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने पर्ची काउन्टर पर जाकर रोगियों से जानकारी प्राप्त की तो पाया गया कि रोगियों की पर्चियों का इन्द्राज ऑनलाईन नहीं किया जा रहा है अपितु ऑॅफलाईन ही पर्ची काटी जा रही थी जिस पर नाराजगी व्यक्त करते हुये उन्होंने सीएमएचओ असित श्रीवास्तव को सीएचसी सेवर में अव्यवस्थाओं के चलते सीएचसी के चिकित्सा प्रभारी को चार्जशीट देने के निर्देश प्रदान किये।
संभागीय आयुक्त द्वारा निरीक्षण के दौरान उपचार हेतु आने वाले रोगियों से जानकारी प्राप्त की तो रोगियों ने बताया कि अधिकांश सीएचसी में चिकित्सक समय से नहीं आते हैं जिससे रोगियों को उपचार कराने में परेशानी का सामना करना पडता है। रोगियों ने यह भी शिकायत की कि निशुल्क दवा के साथ ही चिकित्सक बाहर से दवाई लेने के लिये भी पर्ची पर दवा लिखते हैं। निरीक्षण के दौरान जब स्टोर रूम का अवलोकन किया तो व्हीलचेयर अन्दर रखी मिली जिस पर नाराजगी व्यक्त करते हुये उन्हांेने व्हीलचेयर को रोगियों के उपयोग हेतु बाहर रखने के निर्देश दिये। दवाईयों के भण्डारण कक्ष का भी निरीक्षण किया जिसमें भण्डार में 698 में से 495 प्रकार की दवाओं की ही स्टॉक में उपलब्धता मिली जिस पर नाराजगी व्यक्त करते हुये उन्होंने फार्मासिस्ट को चार्जशीट देने के निर्देश सीएमएचओ को दिये साथ ही मौसमी बीमारियों को देखते हुये दवाईयों का पर्याप्त मात्रा भण्डारण रखने तथा ड्रगहाउस से समन्वय बनाये रखते हुये दवाईयों की समय पर आपूर्ति को कहा। सीएचसी में प्लेसमेंट एजेन्सी के माध्यम से नियुक्त कार्मिकों का रिकॉर्ड संधारित करने के साथ ही उन्होंने संविदा पर लगे कार्मिकों के लम्बित भुगतान को भी समय पर कराने, सीएचसी में लगे बन्द पडे सीसीटीवी कैमरों को शीघ्र शुरू कराने, परिसर में साफ सफाई के साथ ही पार्किंग व्यवस्था को व्यवस्थित तरीके से शुरू करने एवं सीढीयों पर रोगियों की सुगमता के लिये रैम्प का निर्माण कराने के निर्देश प्रदान किये। उन्होंने अस्पताल में आने वाले रोगियों को निशुल्क जॉच एवं दवा योजना का समय पर लाभ मिल सके इसके लिये दवाओं की उपलब्धता एवं जॉच उपकरणों का सही रखरखाव सुनिश्चित करने को कहा। जॉच में अस्पताल में गत वर्ष ओपीडी 66 हजार 592 व आईपीडी 293 तथा जनवरी 2024 से ओपीडी 12 हजार 131 और आईपीडी 169 पाई गई। उन्होंने अस्पताल में ड्यूटी के समय सभी कार्मिकों को निर्धारित ड्रेस कोड की पालना कराते हुए वार्डों के बाहर ड्यूटी आफिसर की सूचना भी प्रदर्शित करने, अस्पताल परिसर में सरकार की स्वास्थ्य सम्बंधी योजनाओं एवं सुविधाओं की जानकारी, पात्रता एवं लाभ प्राप्त करने की प्रक्रिया बैनर, होर्डिंग्स एवं सूचना पट्ट के माध्यम से चस्पा करने के निर्देश चिकित्सा अधिकारियों को दिये।