चौफुल्या चंवरा में 30 वें दिन ,जोधपरा में 16 वें दिन , बागोली में 13 वे दिन जोर पकड़ता हुआ प्रदर्शन
उग्र होता हुआ धरना, प्रदर्शन लगातार जारी रहा
उदयपुरवाटी (सुमेर सिंह राव ) विभिन्न गांवों के आम ग्रामवासियों द्वारा1350 करोड़ रूपए कुम्भा राम लिफ्ट योजना व यमुना नहर समझौता को लागू करने के तहत उदयपुरवाटी जल मिशन संघर्ष समिति व उदयपुरवाटी किसान संघर्ष समिति के तत्वावधान में आज भी चौफुल्या चंवरा ,बागोली, जोधपुरा में लगातार चल रहे धरने प्रदर्शन के अलावा किशोरपुरा, सुरपुरा के ग्राम वासियों ने जबरदस्त धरना प्रदर्शन किया , इससे पहले 30 दिनो के धरने प्रदर्शन में महिला शक्ति ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, इसलिए महिला शक्ति को समर्पित, महिलाओं के अधिकारो के लिए लड़ाई लड़ने व शिक्षा की देवी सावित्रीबाई फुले की पुण्य तिथि पर श्रृद्धा सुमन अर्पित कर उनके आदर्शो को स्मरण कर श्रद्धांजलि देकर प्रदर्शन की शुरुआत की। ताकि सावित्रीबाई फुले की तरफ महिलाएं पानी जैसे अपने मौलिक अधिकार के लिए ओर अधिक ताक़त से लग सकें।
किशोरपुरा में मनोहर लाल की अध्यक्षता में मीटिंग कर ग्रामवासियों ने जबरदस्त प्रदर्शन कर1350 करोड़ की कुम्भा राम पेयजल लिफ्ट योजना पर धरातल पर काम नहीं शुरू करने तक धरना प्रदर्शन जारी रखे जाने की बात कही। मनोहर लाल ने कहा कि गांव के लोगों के सारे काम पानी पर ही आधारित है, पानी सभी की मूलभूत आवश्यकता है,जब तक कुम्भा राम लिफ्ट योजना व यमुना नहर समझौता को धरातल पर अमलीजामा नहीं पहनाया जायेगा तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा,चाहे कितना भी समय लगे।
संघर्ष समिति संयोजक केके.सैनी ने बताया कि सरकार -प्रशासन अभी भी मौन है।कुछ सामंतवादी सोच के लोग प्रिंट व सोशल मीडिया में बागोली में यमुना का पानी आने,3 पाइपलाइन डलवाने जैसी झूंठी न्यूज पोस्ट डालकर किसानों के धरने प्रदर्शन को कमजोर करने पर उतारू हैं लेकिन अब शेखावाटी उदयपुरवाटी का किसान इनके जूमलो के बहकावे में नहीं आने वाला है।हम ऐसी न्यूज व ओच्छी सोच की कड़ी निन्दा करते हैं।17 फरवरी के समझौते पर हरियाणा के मुख्यमंत्री की अप्रत्यक्ष असहमति का वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है।
एक तरफ 1350 करोड़ रुपए के कुंभा राम लिफ्ट योजना के प्रोजेक्ट के लिए डबल इंजन सरकार जिम्मेदार है, जबकि दूसरी तरफ 1994 यमुना नहर समझौता (17 फरवरी के जूमला समझौता) के लिए ट्रिपल इंजन की सरकार जिम्मेदार है, ये सब इंजन खुद के होने के बाऊबुद किसानों के साथ कुठाराघात है/धोखाधड़ी है।सैनी ने आगे कहा कि पानी के लिए ऐसी घटिया राजनीति कर अन्नदाता को गुमराह किया जा रहा है, किसानों को कमजोर किया जा रहा है लेकिन इनकी सांजिश को कभी सफल नहीं होने दें।
संघर्ष समिति के अध्यक्ष नथू राम ने कहा कि खुद के स्वयं के प्रस्तावित दोनों समझौतों को भी लागू नहीं किया गया तो हम जल्दी ही पूरी उदयपुरवाटी में जल रथ यात्रा के माध्यम से घर घर को इस आंदोलन से जोड़कर,इस आंदोलन को जल का जन आंदोलन बनाया जाएगा।
इस दौरान नौरंग लाल, महेश कुमार, अनिल कुमार,बालू राम,भागीरथ मल, बल्ला राम,मनोहर लाल,भूरा राम,फुला राम,सैतान राम, ग्यारसी देवी, बनारसी देवी,पतासी देवी, तुलसी देवी आदि दर्जनों ग्रामीणवासीयो ने प्रदर्शन में भाग लिया। संयोजक केके सैनी ने एक वक्तव्य जारी किया है जिसके अनुसार कि 12 मार्च से आंदोलन को जन आंदोलन बनाने हेतु,एक फिर एक ओर रथ यात्रा के माध्यम से एक विशेष अभियान उदयपुरवाटी जल जनजागरण रथयात्रा का शुभारंभ चौफुल्या चंवरा (12 मार्च सुबह9.00 बजें) से किया जाएगा। आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श हेतु संघर्ष समिति की कोर कमेटी की बुलाई है l