राजस्थान व हरियाणा के अधिकारियों में संयुक्त रूप से जल भराव समस्या पर हुआ मंथन,कई बिंदुओं पर बनी सहमति
खैरथल- तिजारा (जयबीर सिंह)
खैरथल -तिजारा, 12 मार्च। जिला कलक्टर, खैरथल-तिजारा डॉ. आर्तिका शुक्ला एवं उपायुक्त, रेवाड़ी राहुल हुड्डा की संयुक्त अध्यक्षता में मंगलवार को बीड़ा सभागार में भिवाड़ी जल भराव की समस्या के संबंध में राजस्थान व हरियाणा के अधिकारियों की संयुक्त रूप से बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीड़ा सलोनी खेमका, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अश्विन के पंवार, एसडीएम रेवाड़ी विकास यादव, क्षेत्रीय प्राधिकारी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड भिवाड़ी अमित शर्मा, क्षेत्रीय प्राधिकारी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड रेवाड़ी हरीश कुमार सहित अधिशासी अभियंता, रीको के अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीड़ा ने भिवाड़ी जल भराव समस्या के संबंध में प्रशासन द्वारा किए गए कार्यों एवं आगामी वर्षा ऋतु को देखते हुए की गई प्लानिंग के बारे में विस्तृत रूप से बताया साथ ही उन्होंने हरियाणा से आ रहे प्रदूषित पानी स्रोतों के बारे में भी बताया।
जिला कलक्टर खैरथल-तिजारा ने बताया कि सभी कंपनियों से निकलने वाले एफ्लूएंट पानी को कनड्यूट पाइपलाइन के माध्यम से सीईटीपी तक पहुंचा जा रहा है तथा औद्योगिक इकाइयों के एफ्लूएंट पानी को खुले नालों में जाने से रोकने हेतु प्रभावी कार्रवाई की गई है साथ ही भिवाड़ी क्षेत्र के नालों की ड्रेजिंग का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि कुछ गांव जो की सीवेज से नहीं जुड़े हुए हैं उनमें सीवेज पाइपलाइन बिछा कर कनेक्शन देने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने उपायुक्त रेवाड़ी को किए गए कार्यों से अवगत कराया जिस पर उपायुक्त रेवाड़ी ने प्राकृतिक बहाव का समाधान करने के लिए अपने उच्च अधिकारियों से इस संबंध में वार्ता करने का आश्वासन दिया।
जिला कलक्टर खैरथल-तिजारा शुक्ला द्वारा रिहायशी इलाकों जैसे कि हनुमान नगर, विजय नगर, नारायण विहार, आकेडा, विकास नगर, महेष्वरी, निरंजन कॉलोनी एवं बजरंग कॉलोनी आदि निकलने वाले प्रदूषित पानी के बारे में उपयुक्त रेवाड़ी को अवगत कराया जिस पर उन्होंने अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि ऐसा पाए जाने पर प्रभावी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
जिला कलक्टर शुक्ला ने बावल औद्योगिक क्षेत्र से राजस्थान में आ रहे प्रदूषित पानी के बारे में उपायुक्त रेवाड़ी को अवगत कराया जिसमें राजस्थान व हरियाणा की संयुक्त टीम द्वारा जांच कर प्रभावी कार्यवाही की जाएगी।
जिला कलक्टर, खैरथल-तिजारा द्वारा यह प्रस्ताव भी दिया गया कि यदि हरियाणा राज्य द्वारा धारूहेडा क्षेत्र से भिवाड़ी क्षेत्र से प्राकृतिक बहाव के निकास हेतु कोई ड्रेनेज सिस्टम तैयार की जाता है, तो उसमे राजस्थान सरकार द्वारा परियोजना की कुल लागत का अनुपातिक वित्तीय भार वहन किया जावेगा। इसके साथ ही उन्होंने राजस्थान ड्रेनेज से हरियाणा ड्रेनेज की साइज छोटी होने के कारण ओवरफ्लो की स्थिति बनती है जिस पर उन्होंने उपयुक्त रेवाड़ी को प्रभावित कार्यवाही करने हेतु अवगत कराया।
उपायुक्त रेवाडी द्वारा भिवाड़ी क्षेत्र में सिवरेज व औद्योगिक जल के प्रबंधन हेतु किये जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए आश्वासन दिया गया कि उक्त प्रयासों के संदर्भ में हरियाणा सरकार के शीर्ष अधिकारियों को अवगत् कराते हुए, भिवाड़ी बाईपास पर हरियाणा द्वारा बनाये गये रैंप को हटाकर, प्राकृतिक बहाव को पुनः बहाल करने के प्रयास किये जावेगें।