मन की शक्तियों को विकसित करने के सूत्र, प्रयोग एवं प्रश्न उत्तर शिविर का द्वितीय सत्र शुरू
गुरला:-पूज्य परम आलय जी ने बताया कि एक सुंदर जीवन जीने के लिए सबसे ज्यादा आवश्यक है अपने ब्रेन की शक्तियों को जगाना । मनुष्य होने के साथ ही हमें 10% चेतन मन मिला है जिसका उपयोग हम अपने जीवन को निखारने के लिए कर सकते हैं । हमारे ब्रेन की शक्तियों को जगाने के लिए सबसे मूलभूत है अपने भीतर के अनुशासन को जगाना ।
शरीर को अनुशासन में लाने के लिए सर्वप्रथम भोजन, व्यायाम और निद्रा को समझना पड़ता है । आज इन्हें नहीं समझने के कारण अधिकांश लोग जीवन में सिर्फ अनुकरण करते हैं और दौड़ में लग जाते हैं। जबकि, ठहरने से हमारे भीतर की जड़ें मजबूत होती हैं और एक सुंदर वृक्ष का निर्माण होता हैं।शिविर के दौरान जयपुर से माहेश्वरी समाज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री संजय माहेश्वरी, रजनी माहेश्वरी, नीमच से सुमित सिंघानिया के साथ ही हजारों लाभार्थी भी उपस्थित थे।
- बद्रीलाल माली