रादा पुआआज , घर घर बन रहे पकवान सोमवार को पूजेंगे शीतला माता
लक्ष्मणगढ़ ( अलवर) कस्बेवासी शीतलाष्टमी (बास्योड़ा) का लोकपर्व कल सोमवार को मनाएंगे। जिन घरों में यह पर्व मनाया जाएगा, वहां चूल्हे नहीं जलेंगे। इसके लिए आज बाजारों में मिट्टी के बर्तन और अन्य पूजन सामग्री खरीदी गई।
अप्रैल महीने की शुरुआत इस बार शीतला माता की पूजा से होगी। निरोगी रहने की कामना करते हुए शहरवासी शीतलाष्टमी (बास्योड़ा) का लोकपर्व कल मनाएंगे।
आज रांधा पुआ के तहत घर-घर अलग-अलग पकवान बनाए जा रहे हैं। महिलाएं आज से ही पकवान बनाने की तैयारियों में जुटी हुई हैं।
इसके चलते घर घर पकवानों की खुशबू महक रही हैं। कल सुबह माता को शीतल व्यंजनों का भोग अर्पण कर ठंडा भोजन ग्रहण करेंगे। ग्रहणियों द्वारा माता के भोग के लिए कांजी बड़ा, मूंगथाल, गुंजिया, पेठे, सकरपारे, पूड़ी, पापड़ी, हलुआ, राबड़ी, घाट आदि व्यंजन तैयार किया जा रहा है।
अगले दिन सोमवार को शीतला माता के मूंग, मोठ, चने, पुआ-पकौड़ी, दही, राबड़ी सहित अन्य ठंडे पकवानों का भोग लगाने के बाद सभी लोग परंपरा के अनुसार शीतल भोजन करेंगे।
महिलाएं अलसुबहा गीत गाते हुए शीतला माता के मंदिरों में भोग लगाएंगी और पत्थवारी पूजेंगी. मान्यता के अनुसार शीतला माता के पूजन और ठंडा भोजन करने से माता प्रसन्न होती हैं और शीतला जनित रोगों का प्रकोप कम होता हैं।
लोगों की मान्यता है कि माता के चरणामृत से बच्चों में होने वाले चेचक सहित कई रोग दूर हो जाते हैं। बंद वाली शीतला माता के एवं कस्बे स्थित जैन मंदिर के पास माता मंदिर में साफ सफाई,लाइट्स लगाने सहित अन्य काम पूरे कर लिए गए हैं।
- कमलेश जैन