पसोपा में धरना के 54 वे दिन धरना स्थल पर महापड़ाव के लिए प्रचार
ड़ीग (भरतपुर,राजस्थान/ पदम जैन) ब्रज के पर्वत आदिबद्री व कंकाचल को पूर्णत खनन मुक्त करने के लिए ग्राम पसोपा में जारी धरने के 54वे दिन बुधवार को स्थानीय ग्रामवासियों व धरनार्थियों ने धरना स्थल पर आदिबद्री महंत शिवरामदास के नेतृत्व में आगामी महापड़ाव के प्रचार का श्री गणेश किया । उन्होंने ग्राम पसोपा, अलीपुर, पालका व ककराला गावों में ग्रामीणों से अनिश्चिकाल महापड़ाव के तैयार रहने व आवश्यक सामग्री जुटाने के लिए कहा ।
वृन्दावन कुम्भ में बुधवार को भी हुई आगामी रणनीति व महापड़ाव को लेकर संतो की विशेष सभा
वृन्दावन में भी महापड़ाव की तिथि तय होते ही बैठकों का दौर प्रारम्भ हो गया इसी सिलसिले में वृन्दावन कुम्भ में ब्राह्मण सेवा संघ के सभागार में ब्रज के पर्वतों की रक्षा के लिए विस्तृत चर्चा की गई व आगामी आदोंलन की रणनीति एवं महापड़ाव को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए । सभा को संबोधित करते हुए विख्यात कथा प्रवक्ता रामजीलाल शास्त्री ने कहा कि किसी भी सरकार की सक्रियता का पैमाना होता है उसकी संवेदनशीलता । आज साधु संतों के धरने को 54 दिन व्यतित हो चुके हैं और मुख्यमंत्री के अधिकारियों से चर्चा हुए भी 7 दिन से ऊपर हो गए लेकिन सरकार ने अभी तक कोई निर्णय नही लिया है । अब जगाने का काम साधु संतों का है इसलिए 10 अप्रेल से पूर्व सरकार ब्रज के पर्वतो को खनन मुक्त करने का निर्णय ले अन्यथा साधु संतों का महापड़ाव व अनशन सरकार के लिए किसी भी स्थिति में हितकर नही होगा ।
पुष्टमार्गीय आचार्य पंकज बाबा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक में महापड़ाव के प्रचार की रूपरेखा भी तैयार की गई । जिसमें हर प्रकार के माध्यम से लोगों से सम्पर्क कर सूचित करने की रणनीति को भी निश्चित किया गया । मान मंदिर बरसाना के अध्यक्ष राधाकांत शाष्त्री ने महापड़ाव के विषय में अंत्यन्त महत्वपूर्ण विंदुओं को सभा के समक्ष रखा । उक्त बैठक को प्रख्यात वक्ता संजीव कृष्ण, महामंडलेश्वर नावलगिरी, कार्ष्णि नागेंद्र महाराज, कथा प्रवक्ता अभिषेक कृष्ण, प्रख्यात पर्यावरणविद व कृष्णजनमभूमि संस्थान के संयोजक गोपेश्वर चतुर्वेदी आदि ने संबोधित किया ।
जयपुर में भी हुई महापड़ाव को लेकर संगठनों की महत्वपूर्ण बैठक
जयपुर में संरक्षण समिति के संरक्षक एवं पूर्व विधायक गोपी गुर्जर ने आगामी महापड़ाव को लेकर कई संगठनों प्रमुखों के साथ बैठक की । गोपी गुर्जर ने बताया कि उक्त बैठक में सभी सगंठन प्रमुखों से अधिक से अधिक जनसमुदाय को महापड़ाव से जोड़ने के लिए विशेष चर्चा कर प्रारंभिक रूपरेखा तैयार की गई है।एवं आवश्यक तैयारियां को लेकर गहन विचार विमर्श कर निर्णय लिए गए। उन्होंने बताया कि इस महापड़ाव को राजस्थान के इतिहास में पर्वतों की रक्षा के लिए सबसे बड़ा महापड़ाव बनाने की योजना को लेकर भी चर्चा की गई । बैठक में मुख्य रूप से अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बच्चूसिंह बैसला, पूर्व विधायक मोतीलाल खरेरा, किसान नेता जसवंत यादव, किसान नेता व यादव समाज के प्रमुख महेंद्र सिंह यादव, जय गुरुदेव संस्थान के समन्यवक गुरु प्रसाद, जय गुरुदेव के उपदेशक भूरा सिंह कुशवाहा, गुर्जर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रामप्रसाद धाबाई मौजूद थे ।