70 वर्ष के महशूर मांड गायक सत्तार खान का हार्ट अटैक से निधन, कलाकार जगत में छाई शोक की लहर
पाली,राजस्थान / मुकेश कुमार गोपावास
पाली । महशूर मांड गायक सत्तार खान नहीं रहे इस दुनिया में,हार्ट अटैक आने से उनका सोमवार को निधन हो गया । 1950 में खेजड़ला गांव में जन्मे महशूर मांड गायक सत्तार खान ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा आठवीं तक अपने गांव खेजड़ला में कि । पिता का नाम इस्माइल खान व माता का नाम जन्नत बानो उनके दो भाई थे । शुरू से ही सत्तार खान को गीत गाने में रूचि थी जो उन्हें इस मुकाम तक पहुंचा दिया ।
खान ने क्षैत्र में काफी उपलब्धियां हासिल कि 1984 में वे आकाशवाणी में अपनी गीतों की प्रस्तुति दी । उनके करीबी कासम खान ने बताया कि सतार खान कई देशों में अपनी पहचान बना कर राजस्थान का नाम रोशन किया । उनके महशूर गीत कुरजा, तोरणिया,केसरियो हजारी गुल रो फूल, मारे हिवड़े रो हार सहित कई गाने गाकर उन्होंने राजस्थान का नाम रोशन किया । सतार खान खेजड़ला गांव की गौशाला के सदस्य भी रहे । उन्होंने 15 साल तक गौशाला में सेवा दी । उनके निधन से क्षेत्र में व कलाकारों में शोक की लहर छा गई ।