78 साल की सुजला नेत्री भंवरी देवी की भूख हड़ताल 65 घंटे बाद स्थगित
नागौर (राजस्थान) सुजला अंचल के ही नहीं संभवतः पुरे देश में गांधीवादी, शांतिपूर्ण जिला बनाने के सत्याग्रह आंदोलन मे भंवरी देवी ने 78 साल की उम्र में 65 घंटे से ज्यादा की सुजला जिला बनाओ भूख हड़ताल रख कर उल्लेखनीय उदाहरण पेश किया है रणसिंह श्योराण आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि असली गांधीजन की तरह केवल पानी पीकर भूख हड़ताल रखते हुए,हम लाखों सुजलांचल वासियों की जनभावना को राजस्थान सरकार के मुखिया अशोक गहलोत तक पहुंचाने का काम किया है।
भगतसिंह की तरह क्रांतिकारी विचार रखने वाली सैनी समाज की भंवरी देवी को इतिहास रचने वाली सुजला नेत्री का सम्मान सर्व समाज के लोगों द्वारा सार्वजनिक सभा मंच पर देकर हमें बहुत खुशी हो रही है। उल्लेखनीय है कि 19 मई को शाम को लाडनूं की बेटी और सुजानगढ़ की बहू 78 वर्षीय भंवरी देवी पत्नी स्वर्गीय परमानंद माली को उनकी 105 साल की माता गोरा देवी ने सुजला जिला बनाने हेतु भूख हड़ताल पर बैठाया था।
उस समय 5 पीढ़ियों के लोग उनका नैतिक समर्थन करने के लिए महात्मा गांधी जी की प्रतिमा के पास इकट्ठा हुए थे। 24 घंटे बाद भी जब प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ,मुख्यमंत्री की तरफ से कोई संज्ञान नहीं लिया गया और संवेदनशीलता नहीं दिखाई गई तो अचानक आक्रोशित सैंकड़ों लोगों ने शनिवार शाम को गांधी चौक का मुख्य रास्ता जाम करके जोरदार प्रदर्शन किया था। बुजुर्ग भंवरी देवी का बार-बार कहना है कि मेरे बच्चे, मेरे मायके और ससुराल के लोग जिला बनवाने के लिए दुख पा रहे हैं,भूख हड़ताल कर रहे हैं, चक्का जाम,दुकानें बंद कई तरह से आंदोलन कर दुख पा रहे हैं।
तो मेरे से देखा नहीं गया और मैं मेरे मां का आशीर्वाद लेकर के सुजला जिला बनाने के लिए भूख हड़ताल पर बैठी हूं।तीसरे दिन जब डॉक्टर अरविंद भामू आए तो उन्होंने जांच करवाने से साफ मना कर दिया और कहा कि जांच करने से क्या होगा, मैं एकदम सही हूं, जिला बनवा सकते हो तो बताओ? तो डॉक्टर भामु ने कहा कि हम तो हमारी जो ड्यूटी है वह भली प्रकार से कर रहे हैं।
रविवार रात को 48 घंटे पूरे होने पर जब सुजला जिला बनाओ महा सत्याग्रह के लोगों ने उनको भूख हड़ताल स्थगित करने का आग्रह किया तो वह कठोर होकर बोली कि मैं भूख हड़ताल क्यों छोङू? मेरे ही समाज के मेरे से 7 साल छोटे अशोक गहलोत को बताना पड़ेगा कि वह हमारा सुजला जिला क्यों नहीं बना रहे हैं और उसको सुजला जिला बनाना पड़ेगा। रात भर और सुबह परिवारजनों, रिश्तेदारों, आंदोलन कारियों और विभिन्न पार्टियों के प्रतिनिधियों की व्यक्तिगत और सामूहिक समझाइस के बाद जैसे तैसे भंवरी देवी ने 65 घंटे के बाद 22 तारीख को 11:30 बजे अपना अनशन स्थगित किया और मुख्यमंत्री को साफ शब्दों में चेतावनी दी कि यदि सुजला जिला जल्दी ही नहीं बनाया गया तो मैं सब लोगों को साथ लेकर के सामूहिक भूख हड़ताल पर फिर बैठूंगी और तब मुख्यमंत्री से जवाब या जिला लेकर ही रहूंगी।
सुजला महा सत्याग्रह के संयोजक श्री राम भामा ने बताया कि सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमति सरोज निरंजन सोनी व सुजला जिला बनाओ संधर्ष समिति लाडनूं के संयोजक मो० मुश्ताक खान कायमखानी ने जूस पिलाकर भंवरी देवी की भूख हड़ताल स्थगित करवाई।
इस अवसर पर सुजला जिला बनाओ संघर्ष समिति लाडनू के संयोजक मो० मुश्ताक खान कायमखानी ने कहा कि हम कांग्रेसी होते हुए भी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक जी गहलोत हमारी हक मांग और हक आवाज को दरकिनार कर रहे हैं, हम पिछले कई सालों से सुजला को जिला बनाने की मांग अपने स्तर पर हर तरीके से कर चुके हैं फिर भी हमारी सरकार होते हुए भी हमें हमारी हक मांग से वंचित कर रही है जो सुजलाअंचल वासियों के लिए फायदेमंद नहीं है। सरकार को 78 वर्षीय भंवरी देवी के अनशन और भुख हड़ताल मद्देनजर रखते हुए सुजला जिले की घोषणा करनी चाहिए थी जो नहीं कि गई।
कायमखानी ने कहा कि आगामी दिनांक 28 मई 2023 को डीडवाना तहसील के मौलासर में मुख्यमंत्री अशोक जी गहलोत का कार्यक्रम है हम लोग उससे अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर मुख्यमंत्री को शांतिपूर्वक तरीके से ज्ञापन देकर सुजला को जिला बनाने की मांग को प्रमुखता के साथ रखेंगे अगर फिर भी सरकार ने हमारी वाजिब मांग को नहीं माना तो फिर सुजला जिले की मांग को लेकर बहुत बड़ा जनआंदोलन किया जाएगा जिसकी सम्पूर्ण जबाबदेही और जिम्मेदारी राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री की होगी, इसके अलावा आगामी विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस सरकार को जगाने के लिए राजस्थान के अनेक विधानसभा क्षेत्रो को दौरा कर आम जनता को जागरूक करने का भी काम करेंगे।
इस अवसर पर सुजला जिला बनाओ संघर्ष समिति के संयोजक मो० मुश्ताक खान कायमखानी, भंवर लाल गिलान और राजू सिंह भाटी, मदनलाल सोनी, गोविंद जोशी, मंगतू खां लाडवाण, विद्या प्रकाश बागरेचा ने माला पहना कर उपस्थित सभी लोगों ने पुष्प वर्षा करके भंवरी देवी का सम्मान किया।
सुजला जिला बनवाने हमारी नेता कैसी हो,, भंवरी देवी जैसी हो के नारे भी लगाए। हमारा हक सुजला जिला अनिश्चितकालीन धरना और प्रदर्शन 51 वें दिन अमराराम चौधरी, रामकिशन सीहोता, मनोज प्रसाद रेगर, हर्षित सोनी के नेतृत्व में जारी रहा। जिसमें मंगल चन्द जसवंतगढ़, संजय पाल सिंह, साहिल ,पिंटू, धनराज आर्य, महेश माली, विजयपाल श्योराण, युसूफ गोरी, गणेश भार्गव आदि शामिल हुए।