गोविंदगढ़ में ताजिए के अवसर पर लगा झूला टूटा: महिला पुरुषों ने कूद कर बचाई अपनी जान, बड़ा हादसा टला
गोविंदगढ़ (अलवर, राजस्थान) गोविंदगढ़ कस्बे में 2 साल बाद मोहर्रम के अवसर पर ताजिए निकाले गए जिसमें क्षेत्र के लोगों की भागीदारी देखने को मिली कस्बे के ईदगाह मैदान से ताजिए निकाले गए जो कि कस्बे के मुख्य बाजारों से होते हुए कर्बला के मैदान जो कि रेलवे फाटक के समीप है वहां पर दफनाया गए।
ईदगाह के मैदान पर लगाए गए झूलों में से एक झूला टेड़ा हो जाने के कारण अफरा-तफरी का भी माहौल बन गया, इस दौरान झूले में बैठे महिला पुरुषों ने कूद कर अपनी जान बचाई, कुछ लोगों को वहां मौजूद लोगों ने निकाला, वहां पर उपस्थित प्रशासनिक अधिकारियों सहित आमजन के हाथ-पैर फूल गए
लेकिन गनीमत रही कि झूला टूटने के बाद झूले की ट्रॉली किसी के ऊपर नहीं गिरी वरना बड़ा हादसा हो सकता था, वह प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि इस वक्त झूला टूटा उस वक्त झूले में क्षमता से अधिक सवारियां भरी हुई थी जिसके कारण यह हादसा हुआ
हादसे में हुई लापरवाही पर झूला संचालक ने बताया कि लोगों के मना करने के बाद भी वे लोग झूले में जबरदस्ती बांट रहे थे मना करने पर मारपीट के लिए उतारु होने को तैयार हो गए थे, झूले में ज्यादा बाहर होने के कारण यह हादसा हुआ
इस अवसर पर पुलिस की व्यवस्था चारों ओर देखने को मिली गोविंदगढ़ उपखंड अधिकारी रेखा मीणा स्वयं ईदगाह से कर्बला के मैदान तक कानून व्यवस्था को स्वयं देख रही थी
पुलिस उपाधीक्षक रामगढ़ एवं गोविंदगढ़ s.h.o. शिव शंकर शर्मा बड़ौदामेव एसएचओ चंद्रशेखर शर्मा एवं एसएचओ सुरेश सिंह पहाड़िया कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौजूद रहे इसके साथ ही आरएसी की कंपनी भी तैनात रही