श्रद्धा व आस्था के साथ मनाया जाएगा सकट चौथ माता मंदिर में तिल कुटा चौथ व्रत
सुहागिन महिलाएं चौथ माता का व्रत रख करेंगी अखंड सौभाग्य व सुख समृद्धि की कामना
सकट कस्बे के प्राचीन चौथ माता मंदिर में सोमवार को माघ कृष्ण पक्ष की तृतीया को सुहागिन महिलाओ का महापर्व तिल कुटा चौथ व्रत श्रद्धा व आस्था के साथ मनाया जाएगा। चौथ माता मंदिर के पुजारी हितेश कुमार पाराशर ने बताया कि तिल कुटा चौथ व्रत पर सुहागिन महिलाएं चौथ माता का व्रत रखेंगी और चौथ माता के मंदिर पहुंचकर चौथ माता की प्रतिमा के समक्ष पूजा अर्चना कर माता रानी की चौखट पर मत्था टेक चौथ माता से अखण्ड सुहाग व परिवार की सुख समृद्धि की कामना करेगी। उन्होंने बताया कि तिल कुटा चौथ व्रत पर चौथ माता मंदिर में महिलाएं समूह बनाकर नए-नए परिधान पहनकर भजन गाती हुई मंदिर पहुंचतीं है। और चौथ माता की पूजा अर्चना करने के साथ ही मंदिर परिसर के आसपास समूह में बैठकर माता की कहानी सुनती है। और इसके बाद सूर्य देव को जल चढ़ाकर बुजुर्ग महिलाओं के पैर छूकर आशीर्वाद लेकर चौथ माता से अखंड सौभाग्य व सुख समृद्धि की कामना की मनौती मांगती है वहीं देर रात चांद दिखने पर चौथ माता को जल चढ़ाकर अपना व्रत पूरा करती है चौथ माता मंदिर में तिल कुटा चौथ व्रत के मौके पर कई महिला श्रद्धालु अपनी मन्नत पूरी होने पर माता रानी को बैंड बाजों के साथ पोशाक व सिंगार की सामग्री चढ़ाती है। वही कई महिला श्रद्धालु अपनी मन्नत पूर्ण होने पर जोड़ें जिमाकर दक्षिणा भेंट कर व्रत का उद्यापन भी करतीं हैं। तिल कुटा चौथ व्रत के मौके पर माता के दर्शनों के लिए आस-पास के गांव व ढाणियों के अलावा कई श्रद्धालु दिल्ली जयपुर अलवर दौसा राजगढ़ बांदीकुई बसवा टहला सहित अन्य जगहों से पहुंचते हैं। मंदिर में दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालु की सेवा के लिए स्वयं सेवकों की और से शीतल जल की प्याऊ लगाई जाती है।
- राजेंद्र मीणा की रिपोर्ट