कश्मीर से कम नहीं गुरलाँ: बारिश में खींच लाती है पर्यटकों को कालिका माँ की पहाड़ी, रणजीत सागर की खुबसुरती के कुदरती नजारे
राजस्थान के भीलवाड़ा जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर भीलवाड़ा से राजसमन्द हाइवे 758 पर स्थित गाँव गुरलाँ के नजारे में कश्मीर की झलक मिलती है जहाँ पर अरावली पर्वत माला की पहाड़ी की हरियाली व पर्वत श्रृंखला और पहाड़ी पर स्थित कालिका माता का मन्दिर जो पर्यटन स्थल के रूप में व दर्शन करने पर मनोकामनाएं पूरी करने के लिए अहम स्थल है पहाडी से दूर दूर तक दृश्य देखा जा रहा है और गुरलाँ का रणजीत सागर तालाब जिसमें सुन्दर दृश्य व पक्षीयों के मनमोहन दृश्य अपने आप गुरलाँ में पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है वर्षों ऋतु में पहाड़ी के पास बादलों को देखने को मिलता है
सत्यनारायण सेन ने बताया कि गुरलाँ में कुदरती नजारे देखने को मिलतें है पहाड़ी पर पर्यटकों की संख्या में लगातार बढ़ रहें हैं पहाड़ी पर पार्क एवं हरियाली के लिए पेड़ पौधे लगाएं जा रहीं हैं साथ ही बच्चों के लिए झुले, अन्य खेलने के साधन विकसित किए जा रहे हैं गुरलाँ रणजीत सागर में तरह तरह के पक्षी व जलचर देखने को मिलतें है
बद्री लाल माली ने बताया कि फलों व फुलों से पहचान: गुरलाँ में आम, अमरूद, नीबू, पपीता, एवं सिघाडे जो भीलवाड़ा सहित राजसमन्द, चितोडगढ, उदयपुर में अपनी पहचान बनीं हुईं हैं साथ त्यौहारों पर गुरलाँ के गुलाब, हजारे के फूलों की मांग सभी जगह रहतीं है मेवाड़ रियासत का गुरलाँ गाँव जो हाइवे पर सुन्दर गढ़ (किला) आने जाने वालों को अपनी और आकर्षित करता है वहाँ से तालाब का मनमोहक दृश्य देखने को मिलता है
भीलवाड़ा व आसपास के जिले से आतें है पर्यटक:- पहाड़ी पर स्थित मन्दिर पर दर्शन के लिए भीलवाड़ा व आसपास के क्षेत्र से पर्यटक आते हैं विषेश कर शनिवार, रविवार को ज्यादा पर्यटक आते हैं दिनों दिन पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है यहाँ आने जाने के साधन बहुत है रोडवेज बस के अलावा प्राइवेट बसें चलती है
प्रसिध्द धार्मिक दर्शनिय स्थल :- लक्ष्मीनाथ मन्दिर, चारभुजा मन्दिर, सत्य नारायण मन्दिर, महादेव मन्दिर बस स्टैंड स्थित, गोरा जी मन्दिर, रामदेव मन्दिर , कालिका माँ मन्दिर , देवनारायण मन्दिर आदि दर्शनीय स्थल है