भ्रष्टाचार के आरोपी कॉन्स्टेबल को अलवर पुलिस अधीक्षक ने किया निलंबित: एमएससी के मांगे थे पैसे, पीड़ित ने की शिकायत
प्रदेश के जिला अस्पतालों में सबसे बडे सामान्य अस्पताल पुलिस चौकी पर तैनात था सिपाही नूरदीन
अलवर (राजस्थान/ भंवरसिंह) अलवर की राजीव गांधी सामान्य अस्पताल पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही नूरदीन को पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने सोमवार रात सस्पेंड कर दिया। दरअसल नूरदीन पर पैसे लेने का आरोप लगा है। इसकी शिकायत पीड़ित ने अस्पताल प्रशासन को दी। अस्पताल प्रशासन ने पुलिस अधीक्षक को इससे अवगत कराया। जिसके बाद तुरंत यह कार्यवाही की गई।
राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में स्थाई पुलिस चौकी है। इस पर पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं। हादसे या दुर्घटना में आने वाले मरीजों की जानकारी चौकी पर तैनात सिपाही थाने को देते हैं। साथ ही एमएलसी व अन्य मामलों में भी सिपाही की अहम भूमिका रहती है। चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी सामान्य अस्पताल, जनाना अस्पताल व शिशु अस्पताल में होने वाली घटनाओं में भी तुरंत पहुंचते हैं। बीते दिनों अस्पताल में एमएलसी रिपोर्ट के लिए आने वाले एक मरीज ने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को लिखित शिकायत दी कि एमएलसी जांच के लिए चौकी पर तैनात सिपाही नूरदीन ने उससे पैसे मांगे। उसने नूरदीन को पैसे दिए, लेकिन उसने पैसे आगे नहीं पहुंचाए। अस्पताल प्रशासन ने इस शिकायत की जानकारी पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम को दी। इस मामले की शुरुआती जांच पड़ताल के बाद तुरंत पुलिस अधीक्षक ने सिपाही नूरदीन को सस्पेंड कर दिया है।
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनील चौहान ने बताया कि अस्पताल को जैसे ही शिकायत मिली। उस शिकायत से पुलिस के अधिकारियों को अवगत कराया गया। यह शिकायत गंभीर है। इसलिए पुलिस की तरफ से भी इस पर तुरंत कार्यवाही की गई है। एमएलसी रिपोर्ट न्याय प्रक्रिया से जुड़ी हुई है। इसलिए उन्हें किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं हो सकती है। शिकायतकर्ता ने कहा की नूरदीन ने पैसे लिए लेकिन उन पैसों को आगे नहीं पहुंचाया। ऐसे में अस्पताल ने अपने स्तर पर भी मामले की जांच कराने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरी प्रक्रिया में अस्पताल का कोई स्टाफ शामिल है या नहीं इसकी भी जांच पड़ताल की जा रही है।
अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में इलाज के लिए अलवर के अलावा आसपास के जिलों व राज्यों से भी मरीज आते हैं। प्रदेश के जिला अस्पतालों में सामान्य अस्पताल सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां जयपुर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के बराबर ओपीडी रहती है। इसलिए पुलिस की व्यवस्था हमेशा 24 घंटे अस्पताल में रहती है। अस्पताल प्रशासन ने कहा कि वैसे तो अस्पताल परिसर में जगह-जगह कैमरे लगाए गए हैं। लेकिन उसके बाद भी अगर कोई शिकायत मिलती है। तो अस्पताल की तरफ से भी तुरंत कार्रवाई की जाती है।