आंगनबाडी केन्द्र बना युद्व का अखाडा: पोषाहर को लेकर कार्यकर्ता एवं सहायिका में तीसरी बार हुआ विवाद
कार्यकर्ता का पुत्र एवं सहायिका का पति शान्तिभंग में गिरफ्तार
वैर (भरतपुर, राजस्थान/ कौशलेंद्र दत्तात्रेय) महिला व बाल विकास अधिकारी वैर कार्यालय की अनदेखी एवं लापरवाही का कारण गांव धरसौनी के आंगनवाडी केन्द्र के कार्यकर्ता एवं सहायिका का प्रकरण अब पुलिस में पहुंच गया। इन दोनों में आंगनवाडी केन्द्र पर बच्चा एवं गर्भवती महिला आदि को वितरण किए जाने वाले पोषाहार को लेकर लम्बे समय से विवाद चल रहा था। जिस विवाद की सीडीपीओ एवं सुपरवाईजर आदि को पूर्ण जानकारी थी। उसके बाद भी ये दोनो मंगलवार को झगड पडे, दोनों के परिजनों में हन्तरा-वैर सडक पर जमकर झगडा हुआ। सूचना पर हलैना पुलिस ने कार्यकर्ता के पुत्र तथा सहायिका के पति को शान्तिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कराया है,पुलिस ने दोनों के मामला दर्ज कर झगडे में घायल हुए चार जनों को मैडिकल करा कर जांच शुरू कर दी। थाना प्रभारी विजयसिंह छौंकर ने बताया कि गांव धरसौनी के आंगनवाडी केन्द्र पर कार्यरत कार्यकर्ता हरवीरी चौधरी एवं सहायिका ओमवती प्रजापत के मध्य केन्द्र के पोषाहर को लेकर तीसरी बार झगडा हुआ,उक्त झगडे में कार्यकर्ता हरवीरी चौधरी एवं सहायिका ओमवती सहित कार्यकर्ता का पुत्र नटवरसिंह एवं सहायिका का पति रिंकू प्रजापत के चोटे आई,झगडे की सूचना पर पुलिस गांव धरसौनी पहुंची। लेकिन वे झगडे के बाद हलैना आ गए,जो हलैना थाना के सामने भी झगड पडे,जिन्हे कई बार समझाया गया,लेकिन वे शान्त नही हुए। उन्होने बताया कि कार्यकर्ता का पुत्र नटवरसिंह एवं सहायिका का पति रिंकू प्रजापत को शान्तिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। उन्होने बताया कि कार्यकर्ता हरवीरी के पुत्र नटवरसिंह ने सहायिका सहित उसके पति रिंकू प्रजापत के खिलाफ मारपीट का तथा सहायिका ओमवती के पति रिंकू ने कार्यकर्ता एवं उसके पुत्र नटवरसिंह के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कराया है।
सुपरवाइजर बोली हमें नही जानकारी
महिला व बाल विकास विभाग की सुपरवाईजर लज्जादेवी ने बताया कि गांव धरसौनी के आंगनबाडी केन्द्र पर कार्यकर्ता एवं सहायिका के मध्य लम्बे समय से विवाद चल रहा है,जिसकी सूचना उच्चाधिकारियों को कई बार भेज दी। 6 सितम्बर 2022 को किस बात पर झगडा हुआ,इसकी हमको जानकारी नही है। दोनों के मध्य हुए विवाद एवं झगडा की जांच कर विभागीय जानकारी कराई जाएगी। जो मुझ पर तथा सीडीपीओं पर पैसा लेने के आरोप लगाए जा रहे है,वे गलत आरोप है। सीडीपीओं जितेन्द्र गर्ग का तबादला हो गया,जो अब बयाना में सीडीपीओं के पद पर कार्यरत है।