रामगढ़ के डोली बास में शीतला माता मंदिर व कब्रिस्तान की विवादित जमीन पर मृतक को दफनाने पर विवाद की स्थिति की आशंका: भारी पुलिस बल के साथ पर पहुंचा प्रशासन
रामगढ (अलवर,राजस्थान/ अमित भारद्वाज) रामगढ़ उपखंड क्षेत्र व नगर पालिका क्षेत्र के डोली बास जय कॉलोनी में शीतला माता मंदिर में कब्रिस्तान की विवादित जमीन पर मृतक के शव को दफनाने को लेकर विवाद की आशंका में भारी पुलिस बल के साथ प्रशासन डोली गांव पहुंचा । दरअसल पूर्व में भी मृतक के शव को दफनाने विवाद उत्पन्न हो गया था प्रशासन की समझाइश के बाद शव को दफनाया गया था इसीलिए एसडीएम अमित कुमार वर्मा व तहसीलदार धीरेंद्र कर्दम और डीएसपी देशराज गुर्जर चारों थानों के पुलिस जाब्ता क्यूआरटी टीम के साथ डोली गांव पहुंचे । सारी पुलिस को देख गांव की महिला व पुरुषों में हड़कंप मच गया । दरअसल मामला यह है कि शीतला माता मंदिर व कब्रिस्तान की विवादित जमीन पर जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है इसलिए मृतक के शव जनाजा बस्ती में से होकर खातेदारी खेत में से होकर निकलना पड़ता है इसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है ।
जब तक मृतक के शव को मिट्टी नहीं दी गई पुलिस चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद रही । मृतक छोटे खान पुत्र हसन खान जाति मेव काफी दिनों से बीमार चल रहे थे कल अचानक उसकी मौत हो गई उसके शव को दफनाने को लेकर जब प्रशासन के पास सूचना पहुंची तो प्रशासन झगड़े की आशंका को लेकर सतर्क हो गया । प्रशासन व भारी पुलिस की मौजूदगी में शांतिप्रिय तरीके से मृतक के शव का जनाजा निकाल कर उसको दफनाया गया । मंदिर की जमीन पर शव दफनाने को लेकर ग्रामीणों ने प्रशासन से वार्तालाप की यदि गांव के लोग इस विवादित जमीन पर लकड़िया रख देते हैं तो प्रशासन अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंच जाता है लेकिन विवादित जमीन पर प्रशासन की देखरेख में शव को दफनाया जा रहा है यह कौन सा न्याय है कोर्ट ने स्टे दे रखा है तो दोनों पर समान दे रखा है यदि कोई अवहेलना करता है तो प्रशासन को दोनों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए बल्कि एक पक्ष के समर्थन में भारी पुलिस बल लेकर पहुंचना यह कहां का न्याय