गैंगस्टर और गैंगरेप करने वालों के खिलाफ बोले अशोक गहलोत: मेरा बस चले तो बाल काटकर बाजार में कराऊं परेड
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत का दुष्कर्म के मामले में दिया गया बयान फिर से सुर्खियों में हैं। सीएम गहलोत ने रेप जैसे घिनौने अपराध करने वालों को सख्त से सख्त सजा देने की बात कही है। सीएम गहलोत ने कहा कि 'अगर मेरा बस चले तो मैं गैंगस्टर और रेप करने वालों के बाल काटकर बाजार में सामूहिक परेड कराऊं और जनता देखेगी कि यह रेपिस्ट आदमी है। जो रेपिस्ट टाइप लोग हैं वह रेप करना भूल जाएंगे। शर्म आएगी तो बाकी लोग भी ऐसा करने से डरेंगे।' सीएम गहलोत ने रेप पर दिए अपने इस बयान के जरिए एक बार फिर देशभर में दुष्कर्म के मुद्दे को लेकर बहस छेड़ दी है। गहलोत बुधवार को उदयपुर पहुंचे थे। यहां एंटी करप्शन ब्यूरो की कार्रवाई में पकड़े जाने वाले आरोपियों के फोटो व नाम मीडिया में सार्वजनिक नहीं करने संबंधी आदेश को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे इससे पहले भी सीएम गहलोत ने रेप पर बयान दिया था, जिसे लेकर वो विपक्ष के साथ सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए थे।
उदयपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान राजस्थान में भ्रष्टाचारियों के नाम उजागर नहीं करने के एंटी करप्शन ब्यूरो के आदेश का भी सीएम ने बचाव किया. गहलोत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश था. इसे लेकर अधिकारियों ने यह निर्देश निकाले हैं. दरअसल, जिस तरह से एंटीकरप्शन ब्यूरो ने भ्रष्टाचारियों के नाम उजागर नहीं करने के आदेश निकाला. उसके बाद राजस्थान में बवाल मचा हुआ है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उदयपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि मैं बाहर हूं. मैं जयपुर जाकर मामला देखूंगा उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मगर प्रेस पर पाबंदी नहीं रहेगी. आप लोग जिस तरह से रिपोर्टिंग कर रहे देखें.
हो उसी तरह से करते रहो. हमारी सरकार ने तो रिकॉर्ड बनाया भ्रष्टाचारियों को पकड़ने में. हमने तो कलेक्टर और एसपी भी पकड़े गहलोत ने कहा कि हमारी जानकारी में आया है कि तीन जजों की बेंच ने सुप्रीम कोर्ट में इस तरह का कोई फैसला दिया था. अब सुप्रीम कोर्ट तो यह भी फैसला दे देती है कि अपराधियों के हथकड़ी नहीं लगाया जाए. इस तरह के फैसलों से अपराधियों का मनोबल बढ़ता है. हमारा बस चले तो जिस तरह से रेप और हत्या की घटनाएं हो रही है, मैं आरोपियों को बाजार में घुमऊ और उनका सिर मुंडवा दूं.
जानिए क्या कहा था सीएम गहलोत ने - पिछले साल अगस्त में भी सीएम अशोक गहलोत ने रेप पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने दिल्ली की मीडिया से बात करते हुए कहा था कि रेप केस में फांसी की सजा होने की वजह से बच्चियों की हत्या के मामले में बढ़ें हैं। क्योंकि बलात्कारी सोचता है कि पीड़िता उसके खिलाफ गवाह बनेगी तो उसे सजा हो जाएगी। इसी वजह से रेप करने वाला घटना के बाद पीड़िता की हत्या भी कर देता है, ताकि उसके खिलाफ सबूत ना मिले। अपने इस बयान के बाद गहलोत की बीजेपी ने जमकर आलोचना की थी । राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा था कि सीएम अपनी नाकामी छिपाने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं।
राजस्थान में रेप केसेज की संख्या पर भी कई बार घेरे जा चुके - राजस्थान में पिछले साल एनसीआरबी की रिपोर्ट में प्रदेश में सबसे ज्यादा बलात्कार के मामले सामने आने के बाद गहलोत इस मुद्दे पर विपक्ष के निशाने पर रहे। हालांकि उन्होंने प्रदेश की इस रिपोर्ट पर उन्होंने सफाई दी थी कि राजस्थान में हर थाने में रेप की पुलिस के लिए यह अनिवार्य कर दिया गया है कि वो पीड़िता का मुकदमा दर्ज करे। उनके बयान दर्ज करे। गहलोत का कहना है कि चूंकि राजस्थान में हर केस दर्ज हो रहा है, इसी के चलते यहां केसेज की संख्या ज्यादा सामने आ रही है। हालांकि अपने बयान में उन्होंने यह भी कहा था कि बलात्कार के कई मामले झूठे भी निकलते हैं।