सरकार की उपेक्षा का शिकार हुआ आयुर्वेदिक हॉस्पिटल: 30 वर्षों से किराए की बिल्डिंग में हो रहा संचालन
भीलवाड़ा (राजस्थान/ राजकुमार गोयल) भीलवाड़ा शहर का उपनगर पुर की करीब 40000 की आबादी की होने के बावजूद भी यहां का आयुर्वेदिक चिकित्सालय 30 वर्षों से किराए के भवन में संचालित हो रहा है जिसकी कोई सुध नहीं ली जा रही है विभाग द्वारा नई बिल्डिंग निर्माण के लिए फंड भी पड़ा हुआ है लेकिन आयुर्वेदिक हॉस्पिटल बिल्डिंग निर्माण के लिए जगह उपलब्ध नहीं हो पा रही है अधिकारियों ने नगर विकास न्यास में नगर परिषद को भी लिखकर दे रखा है लेकिन फिर भी अब तक किसी ने भी इसके लिए जमीन उपलब्ध करवाने की स्वीकृति प्रदान नहीं की है जिससे ग्राम वासियों में रोष व्याप्त है तथा आयुर्वेदिक विभाग की लापरवाही के चलते पुर के आयुर्वेदिक हॉस्पिटल में डॉक्टर की पोस्ट भी खाली हैं जिससे पुर की मरीजों को एक फीमेल नर्स द्वारा ही इलाज उपलब्ध करवाया जा रहा है तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी नहीं है राष्ट्रीय मानवाधिकार पर्यावरण सुरक्षा एवं भ्रष्टाचार निवारण संगठन के युवा जिला अध्यक्ष मुकेश सोनी ने मांग की है किआयुर्वेदिक अस्पताल के उच्च अधिकारियों को इस ओर ध्यान दिया जा कर इन समस्याओं का समाधान तुरंत किया जाना चाहिए ताकि पुर के लोगों को आयुर्वेदिक इलाज की सुविधा उपलब्ध हो सके।