आखिर क्यों सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव हुआ पारित: पक्ष में पड़े केवल दो वोट, जाने क्या है पूरा मामला
उदयपुर (राजस्थान/मुकेश मेनारिया) उदयपुर के वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र की राजनीति का कोई अंदाजा नहीं लगा सकता यहां कब कौन किसकी कुर्सी छिन ले पता ही नहीं चलता। पिछले 5 वर्षों में तीसरा मौका है कि किसी जनप्रतिनिधि के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया और उसे अपनी कुर्सी से हटाना पड़ा। विधानसभा क्षेत्र के इतिहास में पहला मौका हैं जब किसी सरपंच को अविश्वास से अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा हो। इससे पहले 5 बार सरपंचों के खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव पारित नहीं हो सके थे।
दरअलस जिले की भीण्डर पंचायत समिति के बग्गड़ ग्राम पंचायत की सरपंच पूजा चौबीसा के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव बुधवार को 8 मतों से पारित हो गया है। इसके साथ ही पूजा चौबीसा को सरपंच पद से मुक्त करते हुए बग्गड़ ग्राम पंचायत के सरपंच पद को रिक्त घोषित कर दिया गया। बग्गड़ ग्राम पंचायत के 9 वार्ड पंचों में से 8 वार्ड पंचों ने 25 फरवरी को जिला परिषद उदयपुर मुख्य कार्यकारी अधिकारी के समक्ष अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। इसके बाद मुख्य कार्यकारी अधिकारी मयंक मनीष ने अविश्वास पर चर्चा व मतदान के लिए 23 मार्च तय की थी। वहीं प्राधिकृत अधिकारी के रूप में भीण्डर तहसीलदार मोहकमसिंह को नियुक्त किया था।
- एक घंटे में पारित हो गया अविश्वास प्रस्ताव
23 मार्च सुबह 11 बजे बग्गड़ ग्राम पंचायत कार्यालय पर अविश्वास प्रस्ताव पेश करने वाले 8 वार्ड पंच, सरपंच पूजा चौबीसा व सरपंच के समर्थन में रहा वार्ड पंच अविश्वास की प्रक्रिया में पहुंचे। यहां पर प्राधिकृत अधिकारी तहसीलदार मोहकमसिंह ने अविश्वास पर चर्चा करवाई, जिस पर 8 वार्ड पंचों ने चर्चा से मना करते हुए अविश्वास पर मतदान की मांग रखी जिस पर मतदान करवाया गया, जिसमें उपसरपंच दिलीप कुमार मीणा, वार्डपंच भेरूसिंह शक्तावत, लोगर रावत, महेन्द्र सिंह राठौड़, महिला वार्ड पंच जमना देवी, सीमा मीणा, आशा मेघवाल, सुगना बाई ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया तो वहीं सरपंच पूजा चौबीसा व वार्ड पंच प्रकाश माली ने अविश्वास प्रस्ताव के विपक्ष में मतदान किया। यह पूरी प्रक्रिया महज एक घंटे में पूर्ण होकर 12 बजे भीण्डर तहसीलदार मोहकमसिंह ने आदेश जारी करते हुए सरपंच पूजा चौबीसा को पद मुक्त करते हुए बग्गड़ पंचायत का सरपंच रिक्त घोषित कर दिया। मोहकमसिंह ने बताया कि 9 वार्ड पंच व एक सरपंच सहित कुल 10 सदस्यों में से तीन चौथाई सदस्य अविश्वास के पक्ष में होने पर ही पारित होता है और यहां पर 10 सदस्यों का तीन चौथाई संख्या 8 हो रही थी, जिससे अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया।
- उपखण्ड अधिकारी से लेकर पुलिस जाप्ता रहा तैनात
अविश्वास की प्रक्रिया को लेकर सुरक्षा व्यवस्था भी चाकचौंबंद रखी गई। बग्गड़ ग्राम पंचायत के बाहर वल्लभनगर पुलिस उपधीक्षक रविन्द्रप्रतापसिंह, भीण्डर थानाधिकारी देवेन्द्र सिंह देवल, खेरोदा थानाधिकारी प्रवीणसिंह राजपुरोहित मय जाप्ता मौके पर उपस्थित रहे वहीं भीण्डर उपखण्ड अधिकारी रमेश सिरवी, कानोड़ तहसीलदार लक्ष्मीनारायणसिंह राठौड़ भी उपस्थित रहे. इसके अलावा दोनों पक्षों के ग्रामीण भी एकत्रित होकर परिणाम का इंतजार करते दिखे।
- फिर लड़ेंगे चुनाव जीतकर बतायेंगे - पूजा चौबीसा
अविश्वास से हटने के बाद पूजा चौबीसा ने कहा कि ये अविश्वास राजनीतिक द्वेषता की वजह से लाया गया था। कुछ चुनिंदा वार्डपंचों ने सैकड़ों जनता के विश्वास को तोड़ करके मुझे पद से हटा दिया है, लेकिन अगले 6 माह में होने वाले सरपंच के चुनाव में पुनः मैदान में उतर करके जीत हासिल करके अविश्वास का जवाब दूंगी।
- सरपंच व पूर्व सरपंच की हठधर्मिता पर हुई जीत - उपसरपंच
अविश्वास में जीत हासिल करने वाले वार्डपंचों की तरफ से उपसरपंच दिलीप कुमार मीणा ने कहा कि सरपंच पूजा चौबीसा व काका ससुर पूर्व सरपंच चंपालाल चौबीसा की हठधर्मिता की वजह से ही ये अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। पूर्व सरपंच अपनी मनमर्जी से पंचायत में कार्य करवा रहा था, वार्ड पंचों द्वारा दिये गये प्रस्तावों के बारे में से कोई भी कार्य नहीं करवा रहा था। इस वजह से हमने ये कदम उठाया और आज सफलता मिली। अब कमान हम हाथ में लेकर पंचायत में बेहतर विकास कार्य करवा करके बतायेंगे।
- 5 वर्ष में अविश्वास की हैट्रिक
वल्लभनगर विधानसभा में पिछले 5 वर्षों में तीन अविश्वास आएं और तीनों पारित होकर अविश्वास की हैट्रिक पूर्ण कर दी। इससे पहले जून 2017 में भीण्डर पंचायत समिति प्रधान यशोधरा कुंवर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हुआ था। इसके बाद सितम्बर 2017 में भीण्डर नगर पालिका में पालिकाध्यक्ष गोवर्द्धनलाल भोई के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हुआ था। अब हैट्रिक के रूप में बग्गड़ ग्राम पंचायत की सरपंच पूजा चौबीसा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हुआ।