गोविंदगढ़ कस्बे में भजन जिकड़ी कार्यक्रम का हुआ आयोजन
गोविंदगढ़ अलवर
गोविंदगढ़ कस्बे में रेलवे फाटक के पास भजन जिकड़ी कार्यक्रम का आयोजन श्री गोपाल जी गौशाला सैमली के तत्वाधान में किया गया। आयोजनकर्ता भरत दास जी महाराज ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से गौ सेवा के लिए संदेश देना है और समाज के लोगों को गौ सेवा के लिए आगे आने का आवाहन किया गया है हिंदू संस्कृति में गौ सेवा सबसे बड़ी सेवा बतलाई गई है
रविवार को प्रातः 9:00 बजे से रोहतास डीजे साउंड जनुथर एंड पार्टी की ओर से उत्तर भारत के विख्यात कलाकारों के साथ भजन जिकड़ी कार्यक्रम का किया गया जिसमें भूपेंद्र शर्मा मालोनी, लक्ष्मी सिनसिनवार मेढा चौली, सुनीता छोकर दाऊजी, भीकम रसिया मथुरा, शिवसिंह श्योरावली के द्वारा भजन जिकड़ी गाई गई जिन्हें स्थानीय लोगों ने आनंद पूर्वक सुना ।
कमलेश खेड़ापति ने बताया कि हमारी संस्कृति में गाय को संपूर्ण विश्व की माता माना गया है। गाय के अंगों में संपूर्ण देवताओं का निवास बताया गया है। गाय की छाया को भी हमारे धर्म ग्रंथों में शुभ माना गया है। यात्रा के समय गौ माता का दर्शन सुखद यात्रा के लिए अति लाभकारी माना जाता है।गाय को एक पवित्र शक्ति के रूप में भी हमारे धर्म ग्रंथों में माना गया है। गाय के शरीर को स्पर्श करने वाली हवा को भी हमारे सनातन धर्म में पवित्र माना जाता है।
मानव के लिए गौ सेवा से बढ़ कर कोई बड़ी सेवा नहीं है। उन्होंने कहा कि सांसारिक जीवन में अगर सबसे बड़ी सेवा है तो गाय की सेवा है। उन्होंने कहा कि गौ सेवा से ही मानव का कल्याण संभव है।