1 वर्ष के बच्चे का महिला के नाम से पहले जारी हुआ भामाशाह और अब जारी हुआ जन आधार कार्ड,गोविन्दगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र का मामला
गोविंदगढ़ कस्बे में जन आधार कार्ड को लेकर एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जिसमें महज 1 साल की उम्र में एक बच्चे का भामाशाह कार्ड जारी कर दिया गया और अब राजस्थान सरकार के द्वारा जन आधार कार्ड भी जारी कर दिया गया। जिसके बाद परिजन अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं लेकिन समस्या का समाधान होता हुआ अभी तक नजर नहीं आया। इसमें हैरत की बात तो यह है की भामाशाह बनने की दिनांक 23 अगस्त 2014 है और जतिन की उम्र 1-1-2013 है
गोविंदगढ़, अलवर(अमित खेडापति)
राजस्थान सरकार के द्वारा जन आधार कार्ड के जरिए गरीब तबके के लोगों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए जहां लगातार प्रयास किए जा रहे हैं मुख्यमंत्री के द्वारा मुफ्त मोबाइल योजना एवं खाद्य सुरक्षा योजना व स्कॉलरशिप सहित अलग-अलग लाभ दिए जा रहे हैं सरकार का प्रयास है की वह जन आधार कार्ड के माध्यम से आमजन को सभी योजनाओ का लाभ पहुचाएं
1 वर्ष के बालक का बना दिया भामाशाह कार्ड:-
गोविंदगढ़ कस्बे में जन आधार कार्ड को लेकर एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जिसमें महज 1 साल की उम्र में एक बच्चे का भामाशाह कार्ड जारी कर दिया गया और अब राजस्थान सरकार के द्वारा जन आधार कार्ड भी जारी कर दिया गया। जिसके बाद परिजन अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं लेकिन समस्या का समाधान होता हुआ अभी तक नजर नहीं आया। इसमें हैरत की बात तो यह है की भामाशाह बनने की दिनांक 23 अगस्त 2014 है और जतिन की उम्र 1-1-2013 है
पहले भामाशाह और अब जारी हुआ जन आधार कार्ड :-
मामला गोविंदगढ़ ग्राम पंचायत और अब नगरपालिका क्षेत्र का है जहां जतिन पुत्र लक्की निवासी जाटव मोहल्ला गोविंदगढ़ का परिजन जनआधार कार्ड बनवाने गए तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई क्योंकि जतिन का आधार नंबर सुमन पत्नी करतार निवासी फाहरी पंचायत समिति गोविंदगढ़ पर जुड़ा हुआ था और हैरत की बात तो यह थी कि फोटो भी जतिन का लगा हुआ था और इसमें जतिन को विवाहित दिखाया हुआ था तब के भामाशाह नामांकन में जतिन की जन्म तिथि 1-1-1960 दर्शाई हुई थी कार्ड में बडौदा राजस्थान ग्रामीण बैंक का खाता जोड़ा हुआ है और उस स्थान पर निवास करने की अवधि 55 वर्ष दिखाई हुई है
वही सुमन का नाम भी उसमे जोड़ा हुआ था जिसमे उसकी उम्र 1-1-1960 दरशाई हुई थी और मुखिया से सम्बंध सास का दिखाया हुआ था सुमन का स्वयं का नाम 7 जनवरी 2017 को इस कार्ड हटा दिया गया और अब जन आधार संख्या 5008546442 सुमन के नाम से है और उस पर जतिन का फोटो व आधार नम्बर अंकित है
इस जानकारी को मिलने के बाद परिजनों के द्वारा प्रशासन गांव के संग शिविर में भी अधिकारियों को शिकायत की थी लेकिन कई माह बीत जाने के बाद भी अभी तक इस समस्या का समाधान परिजनों को नहीं मिल पाया है साथ ही जनाधार की सुविधा का लाभ नहीं मिलने से परिजन अधिकारियों के चक्कर लगाते हुए घूम रहे हैं लेकिन अब नगरपालिका बन जाने के कारण जतिन के परिजनों को यह समझमे नहीं आ रहा है कि अब वह अपनी समस्या किसके सामने रखे