बड़ा हादसा टला: अचानक टूटकर गिरी सरकारी स्कूल के कमरे की पट्टियां, लोगों के मन में उठता सवाल आखिरकार प्रशासन इस तरफ क्यों नही दे रहा ध्यान
भीलवाड़ा (राजस्थान/ राजकुमार गोयल) भीलवाड़ा शहर का पुराना कस्बा और है जिसकी आबादी करीब 40 हजार के करीब हैं परंतु कोई भी जनप्रतिनिधि इसके प्रति संवेदनशील नहीं है जिसका खामियाजा उपनगर पुर वालों को भुगतना पड़ रहा है कभी विद्यालय की क्षतिग्रस्त दीवारें हो कमरे हो या धार्मिक स्थल हो इस कड़ी में आज उपनगर पुर के बस स्टैंड स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के कमरे की पट्टी अचानक टूट कर नीचे गिर गई तथा आधा टुकड़ा छत पर ही लटक गया गनीमत रही कि उस समय कमरे में कोई नहीं था वरना कोई भी जानलेवा हादसा घटित हो सकता था प्रधानाचार्य अंतिमा व्यास ने बताया कि अचानक पट्टी गिरने की आवाज आई जिस पर सभी डर गए जाकर देखा तो एक पट्टी टूट कर नीचे गिर गई व एक ऊपर ही झूल रही थी कोई हादसा होने से टल गया जिसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई
विदित रहे की पुर की सभी स्कूलों में दरारों के कारण सभी कक्षों की हालत जर्जर अवस्था में होने के कारण पुर के जनप्रतिनिधियों में सभी संगठनों ने कई बार जिला कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री तक ज्ञापन दिया वह स्कूल की छात्राओं ने आंदोलन भी किया लेकिन अब तक प्रशासनिक अधिकारियों व सरकार की लापरवाही के चलते अब तक स्कूलों की हालत सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया स्कूलों की खतरनाक हालत को देखते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार पर्यावरण सुरक्षा एवं भ्रष्टाचार निवारण संगठन द्वारा जिलाधीश महोदय को राज्यपाल के नाम दिए गए ज्ञापन के बाद विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी द्वारा स्कूलों की मरम्मत के लिए राशि स्वीकृत की गई थी लेकिन अब तक उक्त स्वीकृत राशि के उपरांत भी मरम्मत कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया जिससे पुर ग्राम वासियों व जनप्रतिनिधियों तथा सभी संगठनों में रोष व्याप्त है। सूचना मिलने पर वार्ड नंबर 1 के पार्षद लाभ शंकर चौबे ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया व उच्च अधिकारियों को भी सूचित किया। इसके उपरांत समसा से जेईएन व संघर्ष सेवा समिति के अध्यक्ष छोटू लाल अटारिया राष्ट्रीय मानवाधिकार पर्यावरण सुरक्षा एवं भ्रष्टाचार निवारण संगठन के जिला अध्यक्ष रतनलाल आचार्य भी मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया।
संघर्ष सेवा समिति के अध्यक्ष छोटू लाल अटारिया ने बताया कि संघर्ष सेवा समिति पुर द्वारा कई समय से जिला कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री महोदय को कहीं बार ज्ञापन देकर पुर की स्थिति से अवगत करवाया तथा खनन कंपनी की ब्लास्टिंग से पुर के मकानों व स्कूलों तथा धार्मिक स्थलों में आई दरारों के लिए उक्त खनन कंपनी को पाबंद किए जाने की मांग की गई लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते पाबंद नहीं किए जाने से आए दिन पूर्व में कहीं जगह भवनों की पटिया गिरने से हादसे हो रहे हैं।