जन्मे महावीर, गाई बधाई, झूमे श्रद्धालु: जैन मंदिर सिरस में प्रतिष्ठा महोत्सव
वैर (भरतपुर, राजस्थान/ कौशलेंद्र दत्तात्रेय) उपखंड वैर के सिरस गांव स्थित जैन श्वेताम्बर मंदिर में चल रही अंजनशलाका एवं प्रतिष्ठा महोत्सव के तीसरे दिन भगवान महावीर का जन्म कल्याणक धूमधाम से मनाया गया। जैनाचार्य मरूधर रत्न रत्नाकर सूरीश्वर महाराज की निश्रा में हो रहे महोत्सव के दौरान जैसे ही भगवान महावीर का जन्म हुआ, मंदिर परिसर भगवान के जयकारों एवं बधाईयों से गूंज उठा। इस दौरान मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया।
महोत्सव प्रचार-प्रसार समिति प्रभारी राजेश जैन ने बताया कि विधि कारकों ने भगवान का जन्म वाचन किया। प्रभु के अवतरण के बाद उनके परिजन बने रमेश कुमार, मोहन लाल आदि परिवार ने भगवान को झुलाया। भगवान के जन्मने पर इस दौरान 56 दिग्कुमारियों ने बधाई गीतों की धुन पर नृत्य किया। भगवान के जन्म कल्याणक को देखने के लिए मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं जमा हो गए। करीब आधा घंटे तक बधाई गीतों का सिलसिला चलता रहा। इसके अलावा इन्द्राणी महोत्सव, इन्द्रों द्वारा मेरूमहोत्सव 250 अभिषेक किए गए। महोत्सव देखने करौली, महवा, खेड़लीगंज, हिण्डौन, बयाना, वैर, भरतपुर, गंगापुर, जयपुर, सिरोही, कठूमर एवं गुजरात आदि से काफी संख्या में जैन श्रावक-श्राविकाएं पहुंचे। इससे पहले बुधवार देर शाम मंदिर के सामने अस्थायी बनी अयोध्या नगरी में भजन संध्या का कार्यक्रम हुआ। जिसमें शिवगंज सिरोही के संगीतकार कमलेश भाई ने भजनों की प्रस्तुति दी। इस दौरान दिन में पूजा के लाभार्थी रहे परिवार का बहुमान किया गया।
दुपहरी भी नहीं रोक पाई श्रद्धा, प्रभु के किए अभिषेक
गत दो दिनों की अपेक्षा पड़ रही तेज दुपहरी भी श्रावक-श्रविकाओं की भगवान के प्रति श्रद्धा को नहीं रोक पाई। दोपहर करीब 2 बजे मंदिर में नवनिर्मित देव कुलिकाओं में देहरी के लाभार्थियों एवं अन्य ने सामूहिक रूप से जिनबिम्बोना 18 अभिषेक, ध्वजदण्ड कलश अभिषेक आदि किए गए। इस अवसर पर मंदिर मंत्रोच्चारणों से गूंज उठा। भगवान के अभिषेकों को देखने के लिए तेज धूप में भी काफी संख्या में श्रद्धालु मंदिर परिसर में मौजूद रहे। अभिषेक के बाद भगवानों को जौ आदि की माला पहनाई गई। हालांकि पुरूष व महिला विश्राम गृह में लगी हुई एलईडी स्क्रीन पर भी लोगों ने धार्मिक कार्यक्रम का आनंद लिया।
सड़क मार्ग भी हुए जैनमय
जैन मंदिर में चल रहे अंजनशलाका एवं प्रतिष्ठा महोत्सव के चलते सिरस मोड़ से मंदिर तक करीब एक किलोमीटर का सड़क मार्ग जैनमय हो गया। सड़क के दोनों ओर धर्म ध्वज लगा दिए गए। इसके अलावा भुसावर एवं वैर मुख्य मार्ग पर जगह-जगह महोत्सव के बैनर, फ्लैक्स टांग दिए गए। इन सड़क मार्गों से निकलते हुए एकबारगी हरेक की नजर महोत्सव के सूचनात्मक बोर्डों पर जाते ही वह बरबस ही मंदिर तक खिंचा चला आ रहा है। इससे दिनभर मंदिर में श्रद्धालुओं की आवागमन बना रहा।
ग्रामीणों में दिखा उत्साह
जैन मंदिर में चल रहे महोत्सव को लेकर सिरस गांव के ग्रामीणों में खासा उत्साह बना हुआ है। दिन ढलते ही ग्रमीण महिला-पुरूष मंदिर आकर भगवान के दर्शन-वंदन करते देखे गए। शाम को मंदिर परिसर में श्रद्धालु और ग्रमीणों के रहने से काफी चहल-पहल बनी रहती है। देर रात तक रुककर ग्रामीणों ने भजन संध्या का लुत्फ उठाया।
भगवान आज जाएंगे पाठशाला, होगा राज्याभिषेक
प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत चल रहे कार्यक्रमों में शुक्रवार को भगवान शिक्षा ग्रहण के लिए पाठशाला गमन करेंगे। इसके अलावा भगवान का राज्याभिषेक भी होगा तथा नामकरण किया जाएगा। महोत्सव संचालन समिति से जुड़े महेश जैन ने बताया कि सुबह 9.00 बजे प्रियंवदा द्वारा बधाई, भगवान का नामकरण, पाठशाला गमन तथा दोपहर 2 बजे भगवान की बारात, शादी, राज्याभिषेक एवं नव लोकांतिक देवों द्वारा भगवान को दीक्षा की विनती की जाएगी।