दो दिन से बंद फ्लैट में मिली एक 24 वर्षीय युवती का शव
भिवाडी (अलवर, राजस्थान/ मुकेश कुमार) अलवर के भिवाडी़ मे 24 वर्षीय युवती की डेड बॉडी कमरे मे फंदे पर लटकी मिली। युवती प्राइवेट कंपनी में सीनियर मैनेजर के पोस्ट पर काम करती थी। मामला भिवाडी़ के खुशखेडा़ औद्योगिक क्षेत्र का मंगलवार दोपहर12:30 बजे का है।खुशखेडा़ थानाधिकारी राजेश यादव ने बताया कि मृतका की पहचान पारूल सचान के रूप मे हुई है। बॉडी से बदबु आ रही थी। ऐसा लग रहा है कि पिछले48घंटे से डेड बॉडी फंदे पर लटकी थी। उन्होंने कहा कि पारूल की बडी़ बहन ज्योति ने देवेंद्र देशवाल नाम के युवक पर सत्या का शक जताया है। हम जाँच कररहे है। जल्द से जल्द मामले का खुलाशा कर आरोपी को पकड़ लेगें। पारूल भिवाडी़ मे टेरा हेरीटेज सोसायटी की बिल्डिंग में 12वीं मंजिल पर फ्लैट में अकेली रहती थी।दो दिन से पारूल कंपनी नही गई थी।उसका फोन भी बंद आ रहा था। मंगलवार को बंद फ्लैट के अंदर से बदबु आने की शिकायत सोसायटी के मेंटेनेंस डिपार्टमेंट को शिकायत की गई।मेंटेनेंस डिपार्टमेंट के लोगों को शक हुआ तो पुलिस को सुचना दी। मौके पर पहुँची पुलिस ने सोसायटी के पास रखी दुसरी चाबी से गेट खोला।युपी कानपुर मे खुशराजपुर निवासी ज्योति उम्र 26 साल ने बताया कि उसकी छोटी बहन पारूल सचान भिवाडी़ खुशखेडा़ मे फ्लैट मे रहती थी।औरखुशखेडा़ औद्योगिक क्षेत्र मे संचालित कैपस्टोन कंपनी मे परचेज डिपार्टमेंट में सीनियर मैनेजर के पद पर काम कर रही थी।ज्योति ने बताया कि वह खुद भिवाडी़ मे रहकर कैपिटल हाई स्ट्रीट मैं स्थित एक आईटी ऑफिस में डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर काम कर रही है।चार साल पहले कानपुर से भिवाडी़ काम करने आई थी दोनो बहनें ज्योति ने बताया कि दो दिन से उसका फोन बंद था।ऐसे मे कंपनी से फोन आया कि पारूल दो दिन से कंपनी मे नही आ रही है।तब ज्योति ने सोसायटी मे पता किया तब तक उसकी डेड बॉडी मिलने की खबर आ गई।ज्योति ने बताया कि हम दोनो बहने चार साल पहले कानपुर से भिवाडी़ आकर नौकरी करने लगी थी। दो साल तक रीको चौक स्थित एक कंपनी मे काम किया।वहाँ इंक्रीमेंट नही होने के कारण नौकरी छोड़ दी।इसके बाद पारूल खुशखेडा़ मे कैपस्टोन कंपनी मे काम करने लगी। ज्योति फुलबाग स्थित आईटी कंपनी मे जॉब करने लगी। ज्योति ने बताया कि पारूल के साथ ही देवेंद्र देशवाल नाम का लड़का साथ ही काम करता है। पिछले दो साल से पारूल उसके संपर्क मे थी। पारूल और देवेंद्र देशवाल दोनो अच्छे दोस्त थे। साथ घुमने जाते थे। और कभी कभी एक साथ भी रहते थे।ज्योति का कहना है कि देवेंद्र देशवाल को लेकर उसने बहन से कहा कि वह उसे ठीक नही लगता।ज्योति का कहना है कि उसे शक है कि देवेंद्र देशवाल ने ही उसकी छोटी बहन पारूल की हत्या कर फंदे पर लटकाया है।