क्रांतीज्योती सावित्रीबाई फुले की पुण्यतिथि मनाई गई
सावित्रीबाई फुले जीवन दलितों शूद्रो व पिछड़ों के उत्थान के लिए संघर्ष किया ........ मंगल चंद सैनी
उदयपुरवाटी / बड़ागांव(सुमेर सिंह राव)
क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले की 126 वीं पुण्यतिथि कस्बे के बाईपास स्टैंड पर श्रद्धा पूर्वक मनाई गई।मुख्य वक्ता पूर्व तहसीलदार मंगल चंद सैनी ने कहा कि सावित्रीबाई फुले भारत की प्रथम शिक्षिका थी उन्होंने आजीवन दलितों शूद्रों व पिछड़ों के उत्थान लिए संघर्ष किया।सन 1848 में इन तबके के लोगों को शिक्षा देने के लिए उन्होंने पाठशाला शुरू की और पूरे महाराष्ट्र में बहुत कठिन परिस्थितियों में 18 विद्यालय खोलें जिनमें महिलाओं के लिए पृथक शालाएं शुरू की।सावित्री बाई ने बाल विवाह कन्या भ्रूण हत्या सती प्रथा के खिलाफ आंदोलन किया साथ ही विधवाओं के केस मुंडन बंद करवाएं। उनके पति महात्मा फूले द्वारा समाज सुधार हेतु चलाए गए आंदोलन में उनका कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया। सावित्रीबाई फुले द्वारा किए गए क्रांतिकारी सुधारों की बदौलत प्रत्येक जिले में उनके नाम से स्कूल कॉलेज पार्क बनाए जायें। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में हवलदार अमीलाल सरवन सैनी राजेंद्र जमालपुरिया अरुण सैनी बीरबल रामजी लाल कटारिया रामनिवास सिंह गणेश सब्जी भंडार बाबूलाल सुरेंद्र पप्पू कटारिया शुभम सेन सज्जन सहित अनेक नागरिक थे।