चंवरा में महरानियां परिवार ने लाडो को घोड़ी पर बैठाकर गाजे बाजे से निकाली बिंदोरी
उदयपुरवाटी (झुञ्झुनु, राजस्थान/ सुमेर सिंह राव) चंवरा कस्बे के महरानियां परिवार ने बिटिया को घोड़ी पर बैठा कर गाजे बाजे के साथ बिंदोरी निकालकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया। संतरा देवी एवं रामचंद्र महरानियां की सुपुत्री कविता की शादी गिन्नी देवी एवं बाबूलाल शेरावत के सुपुत्र राकेश निवासी पौंख के साथ 29 अप्रैल को संपन्न होगी। जिसके उपलक्ष में चंवरा से चौफूल्या तक बिंदोरी निकाली गई। गौरतलब है कि कविता महरानियां उदयपुरवाटी उपखंड क्षेत्र की सबसे युवा सरपंच कोमल महरानियां की छोटी बहन है। वहीं राकेश सरपंच महरानियां का देवर है। वर्तमान युग में ग्रामीण प्रवेश में बालिकाओं के प्रति लोगों की पुरानी सोच बदलने लगी है। अब बेटियों को भी बेटों के बराबरी का हक दिया जाने लगा है। पुराने जमाने में पुरुष प्रधान मानसिकता के चलते बेटियों और महिलाओं को सामाजिक रस्म रिवाजों से दूर रखते थे। अखिल भारतीय अंबेडकर महासभा (रजि.)के झुंझुनू जिला महासचिव जगदीश प्रसाद महरानियां ने कहा कि बेटियों को शिक्षा के साथ-साथ शारीरिक मानसिक तौर पर भी मजबूत करना चाहिए जिससे आने वाली हर परिस्थिति का सामना कर सकें। हमें खुशी है कि वीरों की भूमि झुंझुनू जिले में बेटियों को हर क्षेत्र में मजबूत किया जा रहा है। इस दौरान किशनलाल महरानियां, चतरुराम महरानियां, मोहनलाल महरानियां, हवलदार रूड़ाराम महरानियां, ओमप्रकाश महरानियां, श्रीराम महरानियां, विनोद महरानियां, बिट्टू महरानियां, राजू महरानियां, दिनेश महरानियां, संदीप महरानियां, पौंख सरपंच कोमल महरानियां, चंंवरा सरपंच पत्नी मंजू सैनी, मनोज कल्याण, दीपक महरानियां, सुरेश बड़जातिया, प्रवीण महरानियां, राहुल महरानियां, सीताराम चोपड़ा, जीतू महरानियां, नितेश कल्याण, रविंद्र महरानियां, सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।