जिला प्रशासन ने दिखाई सजगता, 163 बाल विवाहो पर लगा ब्रेक
भीलवाड़ा (राजस्थान/ बृजेश शर्मा) भीलवाड़ा जिला प्रशासन व जिला पुलिस की सजगता से जिले में बाल विवाहों पर लगातार अंकुश लगाया जा रहा है। सूचना मिलते ही त्वरित कार्यवाही से बीते दिनों में 163 बाल विवाह रोके गए हैं।
जिला कलक्टर श्री आशीष मोदी ने कहा कि बाल विवाह को रोकने के लिये समाज की मानसिकता एवं सोच में सकारात्मक परिवर्तन लाना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि बाल विवाह पर प्रभावी कार्यवाही करने के लिए जिला कार्यालय में बाल विवाह नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई। बाल विवाह की प्रभावी रोकथाम के लिए हलवाई, पण्डित, बैण्ड बाजा, प्रिंटिंग प्रेस, बाराती, ढोलवादक, पाण्डाल व टेन्ट लगाने वाले एवं ट्रांसपोर्ट से पंजिका संधारित करवाई गई तथा बाल विवाह न करवाने के लिए शपथ पत्र प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया गया।
अक्षय तृतीया तक बाल विवाह की प्रभावी रोकथाम के लिए जिले के समस्त उपखण्ड अधिकारियों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जिले में कुल 163 बाल विवाह रुकवाए गए। इनमे 159 बाल विवाह होने से पूर्व ही परिजनों को पाबंद कर दिया गया तथा 4 बाल विवाह मौके पर पहुंच कर रुकवाए गए। बाल विवाह करने से पीछे नहीं हटने पर 53 प्रकरणों में धारा 13 के तहत कार्यवाही की गई एवं 02 प्रकरणों में एफ.आई.आर. दर्ज की गई।
जिले के उपखण्ड बिजोलिया में सर्वाधिक 32, मांडल में 24 तथा रायपुर में 20 बाल विवाह रुकवाए गए। इसी प्रकार जहाजपुर में 15 हमीरगढ़ में 13 तथा गुलाबपुरा में 12 बाल विवाह पर रोक लगवाई गई।
गुलाबपुरा थाने के अमरपुरा में 22 अप्रैल को नाबालिग लड़कियों का विवाह संज्ञान में आने पर थाना गुलाबपुरा में प्रकरण दर्ज किया गया। 27 अप्रैल को एडीजे कोर्ट में प्रार्थी पप्पूलाल के परिवार द्वारा विवाह शून्य घोषित करने का आवेदन किया गया।