काले सोने की खेती पर चमकते सफेद फूल: गुरलां में सफेद फूलों की बहार
गुरला,भीलवाडा (बद्री लाल माली)
गुरला :- भीलवाड़ा राजसमंद राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 758 पर स्थित उप तहसील कारोई क्षेत्र का गुरलां कस्बा सबसे सम्पन्न कस्बे के नाम से जाना जाता हैं। यहां के किसानों को फल एवं फूल की खेती सर्वप्रिय भी हैं। इसके साथ ही साथ यहां एक किसान के खेत में इन दिनों काले सोने की खेती पर सफेद फूल चमक रहें हैं जो मन को बेहद आकर्षित करने वाले हैं। बद्री लाल माली के खेत के पास से निकल रहे रास्ते से गुजरते राहगीर बरबस बोल पड़ते हैं कि देखो अफीम (काले सोने) की खेती लहलहा रही हैं। मगर ये लोगों का भ्रम मात्र हैं। बद्री लाल माली की पत्नी मीरा देवी माली बताती हैं कि ये सफेद फूल गुलदाउदी के फूलों की तरह दिखते हैं मगर इनकी चमक देखने पर ठीक अफीम की खेती पर लगने वाले सफेद फूलों की तरह नजर आती हैं । जबकि यह बिजली नाम की किश्म के सफेद फूल हैं जिसकी पैदावार महज दो महीनों की होती हैं ।
कृषिका मीरा देवी बताती हैं कि इस बिजली के फूलों की खेती का नवंबर से जनवरी में बिजारौपण किया गया जिस पर इन दिनों फूल लहलहा रहे हैं जो दो महीनों के बाद अप्रेल में समाप्त हो जाएंगे।
संवाददाता बद्री लाल माली ने बताया कि बिजली नाम के फूलों की ये उन्नत किश्म के बीज वैसे तो अजमेर में भी मिलता हैं पर सर्वश्रेष्ठ बीज सिर्फ मध्यप्रदेश के रतलाम में ही मिलता हैं। जिसकी कीमत भी अमूमन फूलों से ज्यादा होती हैं । बद्री लाल माली बताते हैं कि वर्तमान में इन बिजली के फूलों का भाव बाजार में 100 से 125 रुपये प्रति किलो के चल रहे हैं ऐसे में यदि बाजार भाव और ज्यादा अच्छे रहते हैं तो बिजली के फूलों की खेती दो महीनों में 60 से 80 हजार की एक बीघा में पैदावार दे जाएगी।