निजी स्वार्थ के लिए बेहतरीन परिणाम का झूठा प्रचार प्रसार कर अभिभावकों को भ्रमित कर रहा शिक्षण संस्थान
जिला कलेक्टर के छुट्टी के आदेश के बाद भी बच्चों को स्कूल बुलाकर निकाली रैली, सुचना के बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारी बने लापरवाह
बर्डोद (अलवर, राजस्थान) बर्डोद कस्बे में स्थित एक निजी शिक्षण संस्थान अपने निजी सर्वार्थ सिद्धि के लिए कस्बे में ही स्थित एक अन्य निजी शिक्षण संस्थान के कक्षा दस के छात्र छात्राओं के बेहतरीन परिणाम को अपनी संस्थान का बेहतरीन परिणाम बताकर और पम्पलैट बैनर प्रिंट करवाकर झूठा प्रचार प्रसार कर रहा है। वहीं क्षेत्र के अभिभावक भी भ्रामक और झूठा प्रचार प्रसार करने से असमंजस में पड़ रहे हैं। जानकारी के अनुसार कस्बे में मुख्य बस स्टैण्ड पर ओमेगा माध्यमिक विद्यालय स्थापित है। जिसमे बीते सत्र मे अध्ययनरत कक्षा दस के कुछ छात्र छात्राओं के बेहतरीन परिक्षा परिणाम को यूरो चिल्ड्रेन एकेडमी जो कि ढीस रोड बर्डोद में स्थित है। उक्त संस्थान ओमेगा माध्यमिक विद्यालय के छात्र छात्राओं के परिणाम को स्वयं के स्कूल का परिणाम बताकर झूठा भ्रामक प्रचार प्रसार कर रहा है।
मामले की जानकारी सोमवार को जिला कलेक्टर अलवर के जगन्नाथ मेले के अवसर पर छुट्टी के आदेश के बाद भी उक्त शिक्षण संस्थान द्वारा स्कूली ड्रेस में बच्चों को स्कूल बुलाकर नवोदय विद्यालय में चयनित छात्र छात्राओं की रैली की आड में रैली निकालने और बच्चों द्वारा ही रैली के दौरान पम्पलैट बंटवाकर प्रचार प्रसार करवाने पर चली। मामले की सत्यता जानने के लिए जब हमने शिक्षा विभाग से जुड़े लोगों से जानकारियां जुटाई तो पता चला कि यूरो चिल्ड्रेन एकेडमी स्कूल कक्षा आठ तक ही है। इस संस्थान के पास दसवीं तक स्कूल चलाने की कोई मान्यता नहीं है। शिक्षा विभाग के नियमानुसार कोई भी बिना मान्यता के कोई कक्षा नहीं चला सकता। लेकिन उक्त शिक्षण संस्थान शिक्षा विभाग और उनके अधिकारियों को ठेंगा दिखाते हुए बेखौफ शिक्षण संस्थान चलाने के साथ साथ झूठा, भ्रामक प्रचार भी कर रहा है। जिसकी रैली निकालने के बाद चौपालों पर,और अभिभावकों के मुंह पर चर्चाएं रही। ऐसा नहीं है कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है। जानकारी के बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारी कार्य में बिजी होने का बहाना बनाकर मामले से पल्ला झाड़ लेते हैं।
भूपसिंह ( अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी अलवर) का कहना है कि:- . बिना मान्यता के कोई भी शिक्षण संस्थान कक्षा नहीं चला सकता। झूठा प्रचार प्रसार करना बिल्कुल गलत है। जिस शिक्षण संस्थान के बच्चों को उक्त शिक्षण संस्थान अपना बताकर प्रचार प्रसार कर रहा है। उस शिक्षण संस्थान को थाना में मामला दर्ज करवाना चाहिए। फिर भी अधिकारी को भेजकर मामले की जांच करवाते हैं।
शशीकपूर (मुख्य ब्लाक शिक्षा अधिकारी बहरोड़) का कहना है कि:- बिना मान्यता के कक्षा चलाना और झूठा प्रचार प्रसार करना शिक्षा विभाग के नियमों में नहीं है। अधिकारियों के साथ बिजी हु। कल जांच करवाते हैं।
कृष्णा वर्मा (पीईईओ बर्डोद) का कहना है कि:- मुझे मामले की जानकारी नहीं है।
प्रदीप कुमार (निदेशक ओमेगा माध्यमिक विद्यालय) का कहना है कि:-. उक्त शिक्षण संस्थान निदेशक अपनी मनमानी और निजी स्वार्थ के लिए इस तरह का प्रचार-प्रसार कर रहा है। निजी शिक्षण संस्थान संघ बर्डोद के अध्यक्ष को मामले से भी अवगत कराया है।