लापरवाही की हदें पार: जिंदा महिला को मृत बताकर पेंशन की बंद, अब सुनवाई नहीं
अलवर (राजस्थान/ भारत शर्मा) अलवर प्रशासन की लापरवाही का मामला सामने आया है। जिसमें एक जिंदा महिला को मरा हुआ घोषित कर दिया गया और उसकी पेंशन बंद कर दी गई। जिसको लेकर महिला जिंदा होने के सबूत लेकर खुद अधिकारियों के चक्कर लगा रही है। मामला नारायणपुर क्षेत्र के गड़ी गांव के मेहर की ढाणी का है। जहां महिला फूली देवी (60) के पति की 2017 में मौत हो जानें पर विधवा पेंशन योजना से पेंशन मिलती थीं। जिसको लेकर महिला ने 30 दिसंबर 2022 को वार्षिक सत्यापन भी करवाया था। लेकिन 5 जनवरी 2023 को ग्राम पंचायत की ओर से सत्यापन के बाद जिंदा महिला फूली देवी को मृत घोषित कर दिया गया।
महिला के बेटे बलबीर गुर्जर ने बताया कि हमें एक महिने बाद मालूम हुआ कि माताजी की पेंशन बंद हो गई। हमने सोचा कि सभी लोगों की पेंशन नहीं आ रही है। जिसको लेकर मैने तहसील कार्यालय से रिपोर्ट मांगी। उसमें मेरी माता फुला देवी का पंचायत की ओर से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर पेंशन बंद कर दी गई। जिसको लेकर हमने पंचायत और एसडीएम को कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई समस्या का समाधान नहीं हुआ। हमने ग्राम पंचायत सरपंच से इसकी जानकारी मांगी तो एक दुसरे पर टालने लगे। इस दौरान आज गांव में मुख्यमंत्री राहत शिविर में गांव के पुरुष और महिलाएं पहुंचे। लेकिन मौके पर अधिकारी नहीं मिले।
महिला फूली देवी ने बताया कि मेरे को पंचायत कर्मचारियों ने जानबूझकर मानसिक और सामाजिक तौर पर परेशान करने के उद्देश्य से गलत कागज पेश कर मेरी पेंशन बंद की गई है। उन्होंने कहा कि सभी दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो जिला कलेक्टर कार्यालय पर जाकर धरना दिया जायेगा । मामले को लेकर एसडीएम सुनील कुमार ने बताया ने कि मामला जानकारी में आया है। जांच करवाई जा रही है। जो भी अधिकारी दोषी होंगे उनपर कार्रवाई की