कृष्ण-सुदामा के मिलन का प्रसंग सुनकर नम हुईं आंखें: विशाल भंडारा आज
गोविन्दगढ़ (अलवर, राजस्थान) रामबास के कलाधारी आश्रम में श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन रविवार को व्यास लाला ने सुदामा व कृष्ण मिलन का प्रसंग सुनाया। इसको सुनकर श्रद्धालु भावविभोर हो गए। व्यास ने कहा कि जब सुदामा अपनी दीनहीन दशा में बचपन के सखा कृष्ण से मिलने पहुंचे तो उन्हें द्वारपालों ने भगा दिया। किसी तरह कृष्ण को सुदामा के आने की सूचना मिली, तब वह नंगे पांव दौड़े चले गए। सुदामा से मिलते ही उन्हें सीने से लगा लिया। अपने महल ले गए और अपने हाथों से सुदामा के पैर धोए। सुदामा भी इतना आदर सत्कार पाकर अभिभूत हो गए।
व्यास ने प्रथम स्कंध से लेकर द्वादश स्कंध तक संपूर्ण भगवान की आवृत्ति करके शास्त्रीय परंपरा का विधिवत निर्वहन किया। कथाओं के आध्यात्मिक रहस्यों की जानकारी दी। वहीं रामाधार दास व बाबा नारायण दास नए बताया कि इस श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन हर वर्ष की भाँती श्री जानकीदास जी महाराज गोलोकवासी व प्रेमदास जी महाराज की पुण्यस्मृति में किया गया जिसका समापन आज रविवार हुआ व 30 मई सोमवार को सुबह 7 बजे पूर्णाहूति हवन यज्ञ का आयोजन होगा उसके बाद कलाधारी आश्रम पर भागवत सप्ताह का विशाल भंडरा आयोजित होगा,