खैरथल प्याज मंडी में किसानों से हो रही धांधली: चर्चा है कि जमकर लूट रहे व्यापारी
खैरथल (अलवर, राजस्थान/ हीरालाल भूरानी) खैरथल को पुराने समय से ही मंडी के नाम से जाना जाता है। यहां की अनाज मंडी और प्याज मंडी की एक अपनी साख हैं। खैरथल और आसपास के क्षेत्र की लाल प्याज पूरे देश में प्रसिद्ध है। पिछले 30-40 वर्षों से खैरथल में प्याज के बीज एवं तैयार प्याज फसल की बड़ी मंडी लगती है। इन दिनों भी प्याज की फसल पककर मंडी में आने को तैयार है। पिछले एक-दो वर्षों से ऐसा देखने में आया है कि खैरथल में माल बेचने एवं खरीदने आने वाले किसानों की तादाद में कमी आई है। इसके मुख्य कारणों में तो एक कारण यह गिना जाता है कि अलवर एवं हरियाणा के कुछ क्षेत्रों में बड़ी मंडी लगने लग गई है। लेकिन इस तथ्य से परे एक सच यह भी है कि अब किसान खैरथल में अपने माल को बेचकर संतुष्ट नहीं होता।
गत वर्ष जब हमने व्यापारियों के लिए प्याज मंडी की जगह के लिए अधिकारियों से बात की तब कुछ किसानों से भी हम मिले उनसे कुछ चौंकाने वाली जानकारियां भी मिली कि खैरथल में कई व्यापारीयों ने ऐसे एक्पर्ट गुर्गे काम पर रखे हुए हैं जिनका काम वजन एवं हिसाब में गड़बड़ी करना होता है। उन किसानों का कहना था कि खैरथल में कम होते व्यापार की यह एक बहुत बड़ी वजह है।
जहां एक और देश में किसान को अब सम्मान की दृष्टि से देखा जाने लगा है। सरकारें चाहें केंद्र की हो अथवा राज्यों की हो सब किसानों के हित की बात सोचने लगी है। हर पार्टी किसानों के नाम पर चुनाव लड़ना चाहती है। किसानों के हित की बात करना चाहती है वहीं दूसरी और खैरथल के व्यापारी किसानों से ऐसा बर्ताव करके पता नहीं क्या जताना चाह रहे हैं? गत वर्ष तो हम साक्ष्य के अभाव में किसानों की इस समस्या को उठा नहीं सके। क्योकि मात्र सुनी सुनाई बात का बतंगड़ बनाना किसी भी प्रकार से उचित नहीं है।
हमारा किसानों से यह निवेदन है अब कोई भी ऐसा व्यापारी आपको नजर आता है जो आपके साथ बुरा व्यवहार या बर्ताव करता है, आपके साथ हेराफेरी अथवा बेईमानी करता है तो आप सीधे सरकारी अधिकारियों से सम्पर्क करें या फिर हमारे संवाददाता से संपर्क कर सकते हैं। हम आपकी बात अधिकारियों एवं सरकार तक पहुंचा कर हेराफेरी करने वाले लोगों को उनके उचित स्थान पर भिजवाने का प्रयत्न करेंगे।