कर्नाटक में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलने पर कांग्रेस कार्यालय पर आतिशबाजी कर मनाया जश्न
कर्नाटक में नफरत का बाजार बंद हुआ, मोहब्बत की दुकानें खुलीं---कोटा बारां रोड कांग्रेस कार्यकर्ता पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक राय होकर बोले कर्नाटक में नफरत का बाजार बंद हुआ है, मोहब्बत की दुकानें खुली हैं।
अंता (शफीक मंसूरी) - कर्नाटक विधान सभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी द्वारा शानदार जीत दर्ज करने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर जश्न मनाया ।कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल करने के बाद शनिवार दोपहर करीब ढाई बजे कोटा बारां रोड कांग्रेस कार्यकर्ता पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक राय होकर बोले कर्नाटक में नफरत का बाजार बंद हुआ है, मोहब्बत की दुकानें खुली हैं। कर्नाटक ने दिखा दिया कि देश को मोहब्बत अच्छी लगती है नगर पालिका अध्यक्ष मुस्तुफा खान, सहकारी अध्यक्ष नरेंद्र नंदवाना ने बताया की जनता अब अपने मुद्दे पर वोट कर रही कर्नाटक में महंगाई, बेरोजगारी, 40 प्रतिशत कमीशन भ्रष्टाचार का बड़ा मुद्दा रहा है। जनता अब अपने मुद्दों पर वोट डाल है, जोकि हिमाचल और कर्नाटक से साफ है। जनता रोजगार, महंगाई जैसे मामलों को समझती है। इसी का असर है कि कर्नाटक में जनता कांग्रेस के साथ है अब राजस्थान में भी सरकार बनाएंगे
कर्नाटक में कांग्रेस की ऐतिहासिक जीत पर नगरपालिका चैयरमेन मुस्तुफा खान, कांग्रेस कार्यालय प्रभारी नरेंद्र नन्दवाना, सरपंच पति ललित गालव के नेतृत्व में आतिशबाजी कर जश्न मनाया वही एक दूसरे को लड्डू बांटकर बधाई दी । इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष मुस्तुफा खान, सहकारी अध्यक्ष नरेंद्र नंदवाना, सरपंच पति ललित गालव, पार्षद रामराज बागड़ी, नरेंद्र गोचर, मोंटी सिंगौर, पवन दाधीच, प्रेम शंकर शांत, वरिष्ठ नेता मुकेश गुप्ता,अंकित राठौर, अजय चौधरी, मुर्तुजा अंसारी, गालिब भाई, देवराज गालव, प्रदीप खंडेलवाल, हरीश भंडारी, सेवादल अध्यक्ष त्रिलोक जांगिड़, वरिष्ठ नेता शारिक खान , नमित अग्रवाल बिट्टू सुमन थामखेड़ा, जगदीश पंवार, एडवकेट भगवान दाधीच, बुंदू अंसारी, गजेन्द्र शांत सहित दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे
भारत जोड़ो यात्रा से दिख गए थे हालात
कर्नाटक में राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा की उसी समय से लग गया था झुकाव कांग्रेस की ओर है। इस पूरे चुनाव में रणनीति एक हिस्सा है। इसमें घोषणा पत्र, कार्यकर्ताओं का उत्साह ये सब मिलाकर जीत मिलती है। उसी का असर है। बड़ा राज्य जहां 224 सीटें और भाजपा की सरकार थी इसे हमने छीना, हिमाचल को भी छीना अब आने वाले समय में राजस्थान में भी कांग्रेस की सरकार रिपीट होगी कर्नाटक जीत से कार्यकर्ताओं में और आत्मविश्वास बढ़ेगा।