नंगली गाव में उमड़ा आस्था का सैलाब: 7 दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा से पूर्व निकली कलश यात्रा का जगह-जगह किया भव्य स्वागत
रामगढ़ (अलवर,राजस्थान/ राधेश्याम गेरा) रामगढ क्षेत्र की ग्राम पंचायत अलावड़ा अंतर्गत नंगली गांव में स्थित शिव मंदिर पर शुक्रवार को सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा भक्ति ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ कलश शौभायात्रा के साथ शुरू किया गया। कलश यात्रा शिव मंदिर से प्रारंभ होकर गांव के चारों और भ्रमण करते हुए वापस स्थित शिव मंदिर कथा स्थल पहुंच कर संपन्न हुई। कलश यात्रा में 101 महिलाओं और कन्याओं कलश उठाया। डीजे की धुन के साथ निकाली गई कलश यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं मंगल गीत गाते हुए यात्रा में शामिल हुईं। वहीं शौभायात्रा में शामिल धर्म प्रेमी श्रीकृष्ण की महिमा के गीतों की धुन पर पूरे रास्ते नाचते गाते भक्ति भाव में डूबे रहे।
इस दौरान नगर वासियों द्वारा जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। शौभायात्रा के पश्चात आरती के साथ शुरू किए गए श्रीमद् भागवत कथा वाचन पहाड़ी से पधारे कथावाचक गौरव कृष्ण शास्त्री ने किया। उपस्थित श्रद्धालुओं को सर्वप्रथम भागवत कथा की महिमा से अवगत कराया।उन्होंने बताया कि विश्व में सभी कथाओं में भागवत कथा श्रेष्ठ मानी गई है। जिस स्थान पर इस कथा का आयोजन होता है, वो स्थान तीर्थ स्थल कहलाता है। इसके सुनने और आयोजन कराने का सौभाग्य भी प्रभु प्रेमियां को ही मिलता है। ऐसे में अगर कोई दूसरा भी इसे गलती से भी श्रवण कर लेता है, तो भी वो कई पापों से मुक्ति पा लेता है। इसलिए सात दिन तक चलने वाली इस पवित्र कथा को श्रवण करके अपने जीवन को सुधारने का मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहिए। अगर कोई सात तक किसी व्यवस्तता के कारण नहीं सुन सकता है, तो वह दो तीन या चार दिन ही इसे सुनने के लिए अपना समय अवश्य निकालें। तब भी वो इसका फल प्राप्त करता है, क्योंकि ये कथा भगवान कृष्ण के मुख की वाणी है, जिसमें उनके अवतार से लेकर कंस वध का प्रसंग का उल्लेख होने के साथ साथ इसकी व्यक्ति के जीवन में महत्ता के बारे में भी बताया गया है। श्रीमद्भागवत कथा में श्रद्धालु श्री कृष्ण की भक्ति में झूमेंगे, साथ ही भगवान की बाल लीलाओं से लेकर असुरों के वध और यमुना में कलिंगा मर्दन के प्रसंग का रसपान करेंगे। प्रत्येक दिवस को झांकी के माध्यम से भगवान के विभिन्न स्वरुपों एवं लीलाओं का दर्शन होगा। वहीं अंतिम दिन हवन व भंडारा का आयोजन किया जाएगा। इस कलश यात्रा और कथा वाचन के दौरान कमेटी अध्यक्ष ताराचंद सैनी, प्यारेलाल, हरकिशन,बुद्ध राम,बिहारी,बलिराम, प्रताप प्रेम चंद सैनी,फूल सिंह,चरण सिंह, पोलाराम सैनी व ओमवती, गुड्डी, सुशीला,कमला, जसोदा, सीमा, मीरा, सावित्री, काजल, शिवानी ,कमलेश, कलावती, नीलम,अनता ,करिश्मा, प्रियंका, पार्वती, माया, रुकमणी ,गायत्री सहित सैकड़ों महिलाएं एवं बच्चे मौजूद रहे।