गौशालाओं में गहराया चारा संकट: सरकारी सहायता व जनसहयोग की प्रतीक्षा
कोटकासिम (अलवर, राजस्थान/ संजय बागड़ी) इस बार क्षेत्र में गेहूं की फसल कम होने के चलते पशुओं के लिए चारे का संकट बना हुआ। जिसको लेकर पशुओं की खरीद-फरोख्त में भी दाम नीचे आए हैं, साथ ही क्षेत्र में चारा संकट बना हुआ है। सबसे बड़ी समस्या क्षेत्र में संचालित गौशालाओं के सामने आ रही है। कोटकासिम गौशाला संचालक पवन ने बताया कि हर वर्ष हम लोग जनसहयोग से लगभग साल भर का चारा अपने चारा गोदाम में इकट्ठा कर लेते थे
इस बार गौशालाओं के चारा स्टोर में नहीं आया पूरा चारा
इस बार गौशालाओं में चारा कम होने के चलते गौशालाओं के चारा गोदाम खाली पड़े हुए हैं अथवा आधे भरे हुए हैं। ऐसे में गौशाला संचालकों के सामने चारा संकट को लेकर एक बड़ी समस्या खड़ी हुई है। कोटकासिम गौशाला संचालक ने बताया की शिव गोरक्ष धाम गौशाला आलमपुर में अभी बहुत कम मात्रा में चारा पहुंचा है। यह जो चौरा है यह मात्र गौशाला में मौजूद गायों के लिए केवल 2 महीने के लिए ही पर्याप्त है। यदि चारा पर्याप्त मात्रा में नहीं आता है तो दो माह बाद गायों को भूखे मरने की नौबत आ सकती है। इसके लिए गौशाला संचालकों ने व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर के माध्यम से गौशालाओं में चारा दान करने की आमजन से अपील की गई है साथ ही गौशाला संचालकों की हर तरह से मदद के लिए भी आग्रह किया गया हैl