गौ सेवकों के साथ गौपुत्र सेना ने गौ माताओं को गले लगा कर मनाया गौ-आलिंगन दिवस
गौमाता भारतीय संस्कृति का आधार है- गो पुत्र अवधेश अवस्थी
महुआ (दौसा,राजस्थान/ अवधेश अवस्थी) महुआ उपखंड मुख्यालय स्थित श्री कृष्ण गोपाल गौशाला में मंगलवार कोराष्ट्रवादी गौसेवी संगठन गौपुत्र सेना व जीतू टीम के द्वारा "गौ आलिंगन दिवस" पर गौ माताओं की पूजा अर्चना कर उन्हें गुड़ खिला कर गौ माताओं को गले लगा कर मनाया
गौपुत्र सेना के राष्ट्रीय सचिव व राजस्थान के मीडिया प्रभारी गौपुत्र अवधेश अवस्थी ने जानकारी देते हुए बताया कि गौमाता भारतीय संस्कृति का आधार है। गौमाता में 33 कोटि देवता निवास करते हैं गौ माता हमारे देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। हमारे जीवन को संवारती है तथा पशु धन व जैवविविधता का प्रतिनिधित्व करती हैं।मानवता को सर्वस्व प्रदान करने वाली, मां के समान पोषक प्रवृत्ति के कारण इसे कामधेनु और गौमाता के रूप में जाना जाता है।
समय के साथ पश्चिम संस्कृति की प्रगति के कारण वैदिक परम्पराएं लगलभ विलुप्त होने के कगार पर है। पश्चिमी सभ्यता की चकाचौंध ने हमारी भौतिक संस्कृति और विरासत को लगभग भुला सा दिया है। गाय के अपार लाभों को देखते हुए गाय को गले लगाने से भावानात्मक समृद्धि आएगी और हमारे व्यकितगत तथा सामाजिक सुखों में वृद्धि होगी। विदेशों में तो गौ माता को गले लगाने के लिए पैसा देकर लोग गौमाता को गले लगा कर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं इसलिए सभी गौप्रेमी,गौभक्त गौमाता की सेवा का प्रण लेते हुए हर वर्ष 14 फरवरी को "गौ आलिंगन दिवस" यानी ( काऊ हग डे) के रूप में मनाएं और जीवन को खुशहाल तथा सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर बनाएं।
गौ सेवक जितेंद्र गुर्जर ने बताया कि माता का मनुष्य के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है जन्म देने वाली मां धरती माता गंगा माता धरती माता गौ माता का महत्व है हम सब को माता पिता पूजन दिवस के साथ गौ माता के गले लगाने का दिवस भी मनाना चाहिए पूर्व पंचायत समिति महुआ उप प्रधान समाज सेविका मिश्री देवी मीणा ने गौ माता के मानव के जीवन में महत्व पर प्रकाश डालते हुए तन मन धन से सभी गौ भक्तों के साथ हमेशा गौ सेवा करने का संकल्प लिया इस अवसर पर गौ सेवक शेरू दीक्षित मलवा योगी हरसहाय गुर्जर रामराज योगी पंडित दिनेश थान सिंह रेवारी देवेंद्र रिंकू शेखर सहित दर्जनों गोसेवक गौ भक्त मौजूद रहे