गीता अपने आप मे मैनेजमेंट की बहुत बड़ी पुस्तक -जानकीदास जी महाराज
मकराना (नागौर, राजस्थान /मोहम्मद शहजाद) महर्षि जनार्दन गिरी पुष्टिकर माध्यमिक विद्यालय रामबाग नागौर में गीता जयंती मनाई गई। इस दौरान केशव दास बगीची के महन्त श्री जानकी दास जी महाराज, मुरलीधर जी महाराज व नीलम व्यास ने जनार्दन महाराज के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित व पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम शुरू किया। इस अवसर पर बच्चों में गीता के श्लोक की प्रतियोगिता रखी गयी जिस में लय, शुद्धता और क्रमबद्धता का विशेष ध्यान रख कर प्रतियोगिता आयोजित की गई।
जानकीदास जी महाराज ने गीता का महत्व बताते हुए कहा गीता अपने आप मे मैनेजमेंट की बहुत बड़ी पुस्तक है। लगातार अपने कर्म का ध्यान रखना है, मनुष्य को हमेशा ही निष्काम कर्म करते जाना है फल की इच्छा नही करना है। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर कोमल सरगरा व दितीय स्थान पर चंचल सरगरा व तृतीय स्थान पर नमन पुरोहित व जया मेहरा रहे। सभी प्रतिभागियों को महाराज ने नगद पुरस्कार व एक एक अन्य पुरस्कार दिया। मंच संचालन भगवान भारद्धाज ने किया। इस अवसर पर दिनेश मेहरा, मेनका मारू, सबनम, पूनम, पुरणेश, अर्जुन पुरोहित, मदीना, हीना, शायका परवीन, रहनुमा, शबाना, रेशमा, शकुन्तला सोनी सहित अन्य उपस्थित थे।