राजस्थान मे घूसखोरी के आरोप में गिरफ्तार ASP के लग्जरी रिसॉर्ट पर चला बुलडोजर
उदयपुर (राजस्थान/मुकेश मेनारिया) दो करोड़ रुपए रिश्वत मांगने के मामले में निलंबित एसओजी की एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल फिलहाल जेल की सलाखों के पीछे हैं लेकिन उनके उदयपुर स्थित रिसोर्ट पर सरकार ने बुलडोजर चलाना शुरू कर दिया है। उदयपुर यूआईटी के दस्ते ने अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया है। शुक्रवार सुबह से ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है। उदयपुर से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित नेचर हिल्स पैलेस रिसोर्ट के अवैध अतिक्रमण पर कार्रवाई की जा रही है।
गुरुवार को यूआईटी के अधिकारियों ने करवाया खाली-
रिसॉर्ट को गुरुवार देर शाम से ही खाली कराया जा रहा था। यूआईटी के अधिकारियों ने रिसोर्ट को खाली करवाना शुरू कर दिया था। रिसॉर्ट के अवैध निर्माण को लेकर 1 मार्च को यूआईटी ने नोटिस जारी किया था। फिलहाल यूआईटी का बुलडोजर लगातार अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त करने में जुटा हुआ है। लग्जरी रिसॉर्ट में 36 लक्जरी रूम्स, स्विमिंग पूल्स और पार्टी लॉन भी हैं।
यह पूरा मामला-
राजस्थान के अजमेर में एसओजी के एडिशनल एसपी के पद निलंबित दिव्या मित्तल पर दो करोड़ रुपए लेने का आरोप है। दिव्या मित्तल ने एनडीपीएस एक्ट के मामले में अजमेर अनुसंधान अधिकारी थी। मामले में एक आरोपी ने दिव्या मित्तल पर 2 करोड़ रुपए की घूस की डिमांड करने के आरोप में जयपुर एसीबी को शिकायत दी थी। जिसके बाद जयपुर एसीबी की टीम ने पूरे मामले का सत्यापन कराया तो पूरा खेल उजागर हो गया। जिसमें दिव्या मित्तल और उसके एक दलाल सुमित कुमार का नाम सामने आया था।
दिव्या मित्तल के कहने पर सुमित कुमार ने परिवादी को उदयपुर में हिल व्यू रिसोर्ट बुलाया। जहां पर एसीबी ने पहले से ही जाल बिछा रखा था। लेकिन दलाल सुमित कुमार को भनक लग गई और वह मौके से फरार हो गया। इसके बाद एसीबी ने एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल के अजमेर एसओजी कार्यालय और फ्लैट समेत उदयपुर झुंझुनू और जयपुर में उनके 5 ठिकानों पर सर्च की कार्रवाई की थी वही दिव्या मित्तल को अजमेर से एसीबी की टीम ने गिरफ्तार किया था।