श्री लोहागढ़ साहित्य समिति डीग द्वारा होली मिलन समारोह एवं काव्य गोष्ठी का किया गया आयोजित
डीग (भरतपुर, राजस्थान/ रमन) जल महलों के सिंह पोल के बाहर श्री लोहागढ़ साहित्य समिति डीग द्वारा होली मिलन समारोह एवं काव्य गोष्ठी आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता कपूर चंद जसोरिया मैडिकल वालों ने की । मुख्य अतिथि के रूप मेंगवर्नमेंट कॉलेज डीग के पूर्व प्राचार्य डॉ महेंद्र सिंह थे। विशिष्ट अतिथियों में जल महलों के अधिकारी मोहनलाल भगोरा, दिनेश फौजदार उसरानी, आकाशवाणी किसान वाणी डीग से ज्ञानी शर्मा एवं विक्रम सिंह एडवोकेट थे। कार्यक्रम की शुरुआत मां शारदे की पूजा अर्चना एवं सौम्या खंडेलवाल की सरस्वती वंदना से हुई। कार्यक्रम में पधारे अतिथियों के साथ साथ कविओं एवं श्रोताओं के गुलाल लगा कर दुपट्टा ओढ़ाकर होली का आगाज किया गया।
कवि गोष्ठी की शुरुआत चंद्रभान चंचल अऊ की रचना- आई आज मेरे चंगुल, में गोरी बरसाने बारी।सुनाकर खूब तालियां बटोरी। उमेश पाराशर ने रूस यूक्रेन युद्ध का परिणाम कुछ इस तरह बयां किया- जिंदगी की हर खुशी ,हर एक बम में जल गई। आशियानों की जगह तब्दीले खण्डहर रह गई।। कवयित्री मोनिका जैन ने- रंगों में हो रंग प्यार कौ,ऐसौ रंग लगइयो रे, मन में हो कछु बात कोई तौ बाकू अब बिसरइयो रे।सुनाकर माहौल श्रंगारमय बना दिया।
बाबूलाल भारती ने- अतर गुलाल प्रेम की रोरी, फैंक रहे पिया भर भर झोरी। कवि वेदराम नादान ने- कैसे कदम बढ़ायें अब हम , गैरों की इस बस्ती में। वे ऐसे इठलाकर चलते, बल हो जैसे रस्सी में। संस्थापक अध्यक्ष कवि चंद्रभान वर्मा चंद्र ने- रंग डारौ ये देश भदरंगन में रंग डारौ ये सुनाकर देश के हालातों पर कटाक्ष किया। सौम्या खंडेलवाल एवं धर्मेश चाहर ने भी काव्य पाठ किया। समिति के संरक्षक मदनलाल अकाउंटेंट एवं मुख्य अतिथि डाक्टर महेंद्र सिंह ने सभी को होली की शुभकामनाओं के साथ समिति के विकास एवं उत्कर्ष की सराहना की। इस अवसर पर कैप्टन कल्लू सिंह गुर्जर खोह, कैप्टन कालूराम गुहाना सूबेदार मेजर रमेश चंद्र शर्मा, श्री भान गुर्जर , हवलदार कुमारपाल बहज, रविन्द्र सिंह बहज ,कारेसिंह एडवोकेट, भगवान सिंह कोली, सोहनलाल श्रीपुर, आदि उपस्थित थे। अंत में समिति के महामंत्री उमेश पाराशर ने सभी का आभार व्यक्त किया।