मीरपुर में सैकड़ों एकड़ गेहूं की फसल जलकर खाक, खेत में खड़ी ट्रॉली भी जलकर हुई खाक
जंगल कौड़िया ब्लाक क्षेत्र सदर तहसील अंतर्गत ग्राम मीरपुर में गेहूं की खड़ी फसल में लगी आग सैकड़ों एकड़ गेहूं की फसल सहित ट्रॉली जलकर हुआ राख। आज शुक्रवार को लगभग 12 बजे के आसपास मीरपुर गांव के पश्चिम राप्ती...
गोरखपुर। जंगल कौड़िया ब्लाक क्षेत्र सदर तहसील अंतर्गत ग्राम मीरपुर में गेहूं की खड़ी फसल में लगी आग सैकड़ों एकड़ गेहूं की फसल सहित ट्रॉली जलकर हुआ राख। आज शुक्रवार को लगभग 12 बजे के आसपास मीरपुर गांव के पश्चिम राप्ती नदी के किनारे पोतहरा सिवान के दक्षिणी अचानक खेत में आग लग जाने की सूचना आग की तरह फैल गया ग्राम वासियों ने 112 नंबर पर सूचना तत्काल दिया मौके पर पीआरबी व चिलुआताल थाना क्षेत्र के चौकी मजनू प्रभारी उप निरीक्षक गुरुप्रसाद लाव लश्कर के साथ आग लगी हुये स्थान पर पहुंच गए हल्का लेखपाल चंद्रमणि चौरसिया आग लगे हुये स्थान पर पहुंचकर जले हुए खेतों का आकलन कर लग गए गेहू का आंकलन किया जिससे नुकसान हुए गेहूं का आकलन कर प्रशासन को अवगत कराकर किसानों को मुआवजा दिलवाया जा सके। फायर ब्रिगेड की गाड़ी मीरपुर गांव के बंधे तक गाड़ी पहुंच गई लेकिन आग लगे हुये स्थान पर जाने के लिए पर्याप्त रास्ता नहीं था जिससे फायर ब्रिगेड कर्मचारी हाथ मलते रह गए लेकिन ग्रामवासी हिम्मत नहीं छोड़ें नदी के पानी से आग बुझाने का प्रयास करते रहें लेकिन जब तक आग पर काबू पाते उससे पहले सैकड़ों एकड़ खेत जलकर राख हो गया गनीमत रहा कि कम से कम 4 से 500 एकड़ खेत पहले ही कट चुका था किसान भूसा बनवाने के लिए अभी सोच ही रहे थे कि मशीन बुलाकर भूसा बनवाकर पशुओं का चारा उपयोग करेंगे लेकिन आज आग लग जाने से सैकड़ों एकड़ गेहूं की खड़ी फसल खेत के बगल में खड़ी ट्राली जलकर खाक हो गई। मीरपुर गांव में जिन किसानों का खेत जला है वह गांव के जिम्मेदार कहे जाते हैं लेकिन वह अपना खेत गरीबों को अधिया दे दिए थे जो बेहद ही गरीब परिवार द्वारा व गेंहू बोया गया था और खेत जल जाने के बाद अपना जीवकोपार्जन करने के लिए मुसीबतें खड़ी हो जाएगी एक तरफ गरीब किसानों को अपने बच्चों के लालन-पालन के लिए गेहूं बेचकर स्कूल व अन्य कार्य करना दूसरी तरफ उन जिम्मेदारों को अधिया देना किसानों को मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा अब किसान कैसे अपने बच्चों का जीविकोपार्जन करेंगे और जिम्मेदारों को अधिया किस तरह देंगे। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद द्वारा बताया गया कि जले हुए खेतों का आंकलन कराने के बाद किसानों को जल्द से जल्द मुवावजा उपलब्ध कराया जाएगा जिससे किसानों के बच्चों का जीविकोपार्जन सही तरीके से हो सके।