गोविन्दगढ़ क्षेत्र में गर्मी में बिना पानी सरकारी स्कूल के नौनिहालों का बुरा हाल
गोविन्दगढ़ उपखण्ड के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कैमासा के बच्चों को बोतलों में घर से लाना पडता है पीने का पानी , गर्मी में प्लास्टिक की बोतलों में पानी हो जाता है गर्म। समस्या के आगे विद्यालय परिवार लाचार
गोविन्दगढ़, अलवर(अमित खेडापति)
गोविंदगढ़ उपखंड के गांव केमासा में संचालित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में पानी की व्यवस्था नहीं होने के चलते बच्चों को गर्मियों के दिनों में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई पर विपरीत असर पड़ रहा है
विद्यालय में पीने की पानी की व्यवस्था का अभाव होने के चलते बच्चों को पीने के लिए अपने-अपने घरों से बोतलों में पानी लाना पड़ता है। जोकि कुछ ही समय बाद गर्म मौसम होने के चलते गर्म हो जाता है लेकिन मजबूरी में बच्चों को गर्म पानी पीकर ही गुजारा करना पड़ता है इस बारे में विद्यालय के शाला प्रभारी हकीमुद्दीन ने बताया की इस विद्यालय में लगभग 434 बच्चे अध्ययनरत है पंचायत समिति गोविंदगढ़ में सर्वाधिक नामांकन वाला विद्यालय हैजिसमें से अधिकतर बच्चे पीने के पानी के चक्कर में इधर-उधर भटकते रहते हैं। यूं तो ग्राम पंचायत द्वारा विद्यालय में हैंड पंप लगवाया गया था लेकिन उसमें भी पानी कम आता है । इस हैंडपंप का पानी खारा होने के कारण पानी पीने के योग्य तो नहीं है लेकिन पोषाहार के बर्तन धोने अन्य कामों में काम आ सकता था । इसके चलते बच्चों को या तो घर से बहुत लोग पानी लाना पड़ता है या पानी पीने के लिए इधर उधर आसपास के घरों में भटकते रहते हैं।वहीं ग्रामवासी विधायक साफिया जुबेर खान से विद्यालय को क्रमोन्नत कराने के लिए मिले हैं जिससे कि यह विद्यालय सीनियर सेकेंडरी हो जाए लेकिन जिस विद्यालय में अभी बच्चों को पानी पीने की व्यवस्था नहीं हो वहां किस प्रकार विद्यालय को क्रमोन्नत किया जाए साथ ही विद्यालय में कमरों की संख्या भी कम है और विद्यालय का क्षेत्रफल भी कम लेकिन किसी को यह नजर नहीं आता है
रामगढ़ विधायक जुबेर खान के द्वारा जहां सभी स्थानों पर सिंगल फेस की पानी की मोटर लगाई जा रही हैं साथ ही पानी की टंकी और बनवाकर पेयजल उपलब्ध कराने की बात कही जा रही है लेकिन वह गांव में आकर बात बेमानी साबित हो रही है क्योंकि जब बच्चों को ही पानी पीने के लिए उपलब्ध ना हो तो वह किस प्रकार अपने जनप्रतिनिधि से उम्मीद कर सकते हैं
ग्रामीणों के अनुसार सरपंच ग्राम पंचायत में इस गांव से भेदभाव करता है जिस कारण से यहां पर विद्यालय में पानी की सुविधा उपलब्ध नहीं है और आने जाने वाले मार्ग में पानी भरा है उसके लिए भी सड़क निर्माण की ओर उसका कोई ध्यान नहीं है जिससे कि बच्चे एवं अभिभावक परेशान हैं
गौरतलब है कि एक तरफ तो सरकार सभी सरकारी विद्यालयों में सत प्रतिशत पीने योग्य पानी की उपलब्धता कराने की बात करती है तो दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्र के गांवों में चल रहे स्कूलों में अभी भी सुविधाओं का अभाव स्पष्ट देखा जा सकता है।बाइट:-
विद्यालय में लगभग 434 बच्चे अध्ययनरत है पंचायत समिति गोविंदगढ़ में सर्वाधिक नामांकन वाला विद्यालय है लेकिन पानी की समस्या के कारण बच्चे पानी लेने के नाम पर घर जाते हैं और लौट कर नहीं आते हैं जिससे कि पढ़ाई में काफी असुविधा उत्पन्न हो रही है वही जब बच्चे विद्यालय प्रात:काल आते हैं या फिर जाते हैं तो रास्ते में पड़ने वाले कीचड़ में गिरने के कारण भी उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है जिस पर परिवार जन भी काफी दुखी हैं लेकिन प्रशासन के द्वारा कोई समस्या का समाधान नहीं किया गया है क्योंकि गर्मी में भी जहां कीचड़ और पानी है वहां बारिश और सर्दी के दिनों में समस्या और विकट हो जाती है
बाइट:- शाला प्रभारी हकमुद्दीन