एक साल से भय के साए में पढ़ रहे सरकारी स्कूल के मासूम बच्चे: टूट कर लटकी छत के पटाव की पट्टी, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
बाघोली ( झुंझुनू, राजस्थान/ सुमेरसिंह राव/ राकेश शर्मा) राजस्थान में प्रदेश सरकार लगातार बेहतर से बेहतर शिक्षा देने का दावा करती दिखाई दे रही है जिसके लिए लगातार विद्यालय को क्रमोन्नत किया जा रहा है वही बच्चों के लिए विशेष सुविधाएं प्रदान की जा रही है ताकि सरकारी विद्यालयों में नामांकन में बढ़ोतरी की जा सके इनमें नो बैग डे, एमडीएम, बाल गोपाल दुग्ध योजना, छात्रवृत्ति आदि शामिल है
सरकार लगातार विद्यालय क्रमोन्नत करने के साथ-साथ ने विद्यालय भी खुलती नजर आ रही है लेकिन इस बीच झुंझुनू के नेवरी डहर में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय की किसी ने सुध नहीं ली यहां पर लगभग पिछले 1 साल से विद्यार्थी भय के साए में पढ़ाई करने को मजबूर हैं
हम आपको बता दें कि विद्यालय के कक्षा कक्ष का पटाव टूटने से कमरे की पटिया लटक गई जिनसे कभी भी कमरा गिर सकती है, और कोई बड़ा हादसा हो सकता है, लेकिन विभाग एवं जनप्रतिनिधियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है सभी केवल वाहवाही लूटते हुए दिखाई देते हैं लेकिन जमीनी स्तर पर देखा जाए तो देश का भविष्य कहलाने वाले बच्चे इस प्रकार वह के साए में बैठे हैं कि भविष्य में न जाने उनके साथ कब चोट हो जाए
विद्यालय के प्रधानाध्यापक जगदीश प्रसाद ने उच्च अधिकारियों को बार-बार अवगत कराने पर भी इस और ध्यान नहीं दिया जा रहा है बच्चों के पास और कोई दूसरा कमरा बैठने के लिए नहीं है प्रधानाध्यापक ने बताया कि 1 साल से अधिकारियों को इसकी मरम्मत करवाने के लिए मौखिक व लिखित अवगत करवा दिया पर विभाग द्वारा इस और ध्यान नहीं दिया जा रहा है कमरा गिरने के कगार पर है विद्यालय में चारदीवारी भी नहीं है व इस विद्यालय में मतदान बूथ भी है पर विकलांगों के लिए रैंप नहीं है,