खाकी हुई शर्मसार: समलैंगिक संबंधों के आरोप की पुष्टि होने पर थानाधिकारी और कांस्टेबल पर गिरी गाज, दोनों सस्पेंड
नागौर (राजस्थान/ तेजाराम ) नागौर जिला पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने समलैंगिक संबंधों के आरोप की पुष्टि होने के बाद जिले के थाने के एसएचओ और एक कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया है। नागौर जिला पुलिस को शर्मसार कर देने वाले मामले का खुलासा 1 दिन पहले उस वक्त हुआ जब खींवसर थाना प्रभारी खुद नागौर जिला पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी के पास पहुंचे और डेगाना थाने के एक कांस्टेबल के खिलाफ रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट के मुताबिक डेगाना थाने का यह कॉन्स्टेबल ने खींवसर थाने के प्रभारी दोनों के बीच बने समलैंगिक संबंधों की पुष्टि करने वाले एक वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर रहा था। थाना अधिकारी और कॉन्स्टेबल के बीच तकरीबन 7 महीने पहले समलैंगिक संबंध बने थे और इसके बाद दोनों के बीच वीडियो चैट होती थी। इसी दौरान कांस्टेबल ने दोनों के बीच वीडियो चैट पर हुई बातचीत का वीडियो के रूप में रिकॉर्ड कर लिया था और उसी को वायरल करने की धमकी देकर वह एसएचओ को ब्लैकमेल करने में लगा था आखिरकार ब्लैकमेल से परेशान होकर ऐसे में थाना अधिकारी
जो खुद नागौर जिला पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी के पास पहुंचे और मामले की जानकारी दी। मीडिया से रूबरू हुए नागौर जिला पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने बताया कि दोनों के बीच समलैंगिक संबंधों की पुष्टि होने के बाद पुलिस की आमजन में छवि को नुकसान पहुंचाने वाले कृत्य का दोषी मानते हुए दोनों को ही सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही कांस्टेबल के खिलाफ खींवसर थाने में मामला भी दर्ज किया गया और मामले की जांच कर रहे नागौर वृत्ताधिकारी ने अनुसंधान के दौरान कार्रवाई करते हुए कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार किया गया है। और मामले का अनुसंधान जारी है। उन्होंने बताया कि मामले की विभागीय जांच भी की जा रही है। बता दें कि पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने इस प्रकरण की गंभीरता को समझते हुए तुरंत प्रभाव से खींवसर थानाधिकारी व डेगाना कांस्टेबल दोनो को निलंबित कर दिया है। अब इस पूरे प्रकरण की जांच शुरू कर दी गई है। इस पूरे प्रकरण की जिले में खासी चर्चा है तथा पुलिस अधिकारी भी हैरान है।