चौबीस घंटों में चौदह हिरणों की बचाई जान: श्रीबालाजी की पूजा बिश्नोई कर रही है निस्वार्थ सेवा
नागौर (राजस्थान/ तेजाराम ) नागौर जिले के श्री बालाजी में चल रहे जंभेश्वर रेस्क्यू सेंटर में प्राणी मित्र पूजा बिश्नोई द्वारा घायल मूक प्राणियों की सेवा की जा रही है बारिश की ठंड होते ही
हिरणों पर कुत्तों का कहर बरपा है। श्री जंभेश्वर पर्यावरण एवं जीवरक्षा प्रदेश संस्था राजस्थान के अध्यक्ष रामरतन बिश्नोई ने बताया कि बारिश की ठंड होते ही शिकारी कुत्ते बहुत तेज गति से हिरणोंका शिकार करने लगे हैं । गत 24 घंटों में श्रीबालाजी के आसपास कुत्तों द्वारा घायल किए गए 14 हिरण रेस्क्यू सेंटर पर पहुंचे हैं। प्राणी मित्र पूजा बिश्नोई ने आज दिन भर बिना विश्राम किए लगातार हिरणों का इलाज करती रही । बीच में गंभीर हिरणों का ऑपरेशन करने के लिए राजकीय पशु चिकित्सालय श्री बालाजी के चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज गोदारा को भी बुलाया।
अध्यक्ष ने बताया कि कल शाम अनूप सिंह कान सिंह निवासीकरणेतपुरा एक घायल हिरण को लाए उसके बाद आज शाम तक कुल 14 हिरण घायल अवस्था में आए हैं । दूसरा हिरण किशन सिंह भवानी सिंह निवासी जाखानिया अपने निजी वाहन से लाए । सांवताराम महेंद्र निवासी केड़ली ,ओम प्रकाश रामचंद्र निवासी सथेरण ,लक्ष्मण मनीष महेश निवासी गोगानाडा, अशोक प्रेम तथा हरिराम अलाय से ,हीराराम शंकरलाल केड़ली से मूलाराम मोहन राम फिर दूसरा हिरण केड़ली से ,सुनील सुरेश भागीरथ अलाय से ,श्रवण पवन ग्राम चरकड़ा से ,अशोक सुरेश अलाय से पुरखाराम बिंजाराम निवासी ऊंटवालिया ,सोहनलाल सुनील निवासी बूकरमसोता ने अपने निजी वाहनों से सब हिरणों को जंभेश्वर रेस्क्यू सेंटर श्री बालाजी पहुंचाया। प्राणी मित्र पूजा बिश्नोई ने निस्वार्थ भाव से सेवा करते हुए दिन भर लगातार सभी हिरणों का इलाज किया। घावों को धोकर मरहम पट्टी की इंजेक्शन लगाए गंभीर का ऑपरेशन करने के लिए डॉ मनोज गोदारा को बुलाया।
उल्लेखनीय है कि गत 2 वर्षों से पूजा घायलों की सेवा कर रही है आज सबसे अधिक एक ही दिन में 14 हिरण घायल अवस्था में पहुंचे हैं। इससे साबित हो रहा है कि चिंकारा हिरणों के जीवन पर बहुत बड़ा संकट मंडरा रहा है। खेतों में जालिया और तारबंदी हो जाने के कारण खुले में विचरण करने की जगह सिमटती जा रही है । शिकारी कुत्तों की संख्या बढ़ती जा रही है और प्रकृति के ये सुंदर प्राणी कम होते जा रहे हैं।