चंबल का पानी रूपारेल नदी में लाने की मांग को लेकर कस्बा अलावड़ा में चढूंनी किसान यूनियन के नेतृत्व में किसान सभा का हुआ आयोजन
रामगढ़ (अलवर, राजस्थान/ राधेश्याम गेरा) रामगढ़ क्षेत्र के कस्बा अलावड़ा में चढूंनी किसान यूनियन के नेतृत्व में किसान सभा का आयोजन किया गया। जिसमें किसान सभा की अध्यक्षता सरपंच जुम्मा खान द्वारा की गई। पूर्वी नहर परियोजना को राष्ट्रीय नहर परियोजना में शामिल करने और अलवर के जयसमंद में आने वाले चंबल नदी के पानी को रूपारेल नदी में डालने की मांग को लेकर किसानों ने अपने अपने तर्क और सुझाव दिए जिसमें यूनियन के जिला प्रभारी वीरेंद्र सिंह ने विस्तार से समझाते हुए बताया कि पूर्वी नहर परियोजना में राजस्थान के 13 जिलों में से केवल अलवर जिले के जयसमंद बांध को शामिल किया गया है और उस बांध के पानी को भी शहर की पेयजल समस्या और औद्योगिक क्षेत्र के उपयोग के लिए ही संरक्षित बताया जा रहा है जिससे किसानों को कोई लाभ नहीं मिलने वाला जबकि किसान देश का अन्नदाता है और किसान पानी की समस्या से वर्षों से जो जीते चले आ रहे हैं क्षेत्र का जलस्तर तेजी से नीचे चला जा रहा है वर्तमान में 300 फुट गहराई पर जलस्तर पहुंच गया है यदि नहर परियोजना में अलवर जिले को शामिल कर लिया जाता है और रूपारेल नदी में पानी छोडा़ जाता है और छोटे छोटे बांध तालाबों तक आ जाने से क्षेत्र का जल स्तर ऊंचा आ जाएगा। जिससे किसानों का लाखों रू डिजल और बिजली से की जाने वाली सिचाई का बचेगा। इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए पूर्व सरपंच कमल चंद , सिरमोर ग्राम पंचायत सरपंच सुरेश वर्मा,जसमेर सिंह ने अपने अपने विचारों से किसानों को विस्तार से समझाते हुए एकजुट होकर अपनी मांग को पूरा कराने के लिए अपनी अपनी पार्टी के नेताओं के माध्यम से केंद्र एवं प्रदेश सरकार तक पंहुचाने की बात कही। और बताया कि देश के सांसद और विधायकों पर हमारे द्वारा दिए गए टैक्स का अरबों रुपये प्रतिवर्ष खर्च किए जा रहे हैं जबकि यह लोग जनता का सेवक बन कर जनता की सेवा करने के बजाए अपने अपने घर भर रहे हैं। यदि सरकार इन पर खर्च होने वाली राशि का एक चौथाई भी इस परिजना को राष्ट्रीय परियोजना में शामिल कर दे तो अलवर जिले का किसान सुखी और समृद्ध हो सकता है। जबकि अभी तक किसानों को फसल का लागत मूल्य निकालना भी मुश्किल हो रहा है। इस अवसर पर सभा की अध्यक्षता सरपंच जुम्मा खान दर्ज की गई और जिला प्रभारी विरेंद्र सिंह मोर, सिरमोर सरपंच सुरेश वर्मा, तिलवाड सरपंच राकेश राजपूत, रुलिया राम, रामदास जोधा, पूर्व सरपंच कमल चंद अलावडा़ पंच असम खान, मिलकपुर पंच फजरु खां ,नन्नूराम, जसमेर सिंह, देवेन्द्र सिंह, पप्पू खान ,गोपाल राजपूत सहित अनेक किसान मौजूद रहे।