ये रामायण है पुण्य कथा श्री राम की... भजनों से रावणा ने जगाई अलख और श्रोताओं को राष्ट्रीय भावधारा से जोड़ा
50 वें स्वर्ण जयंती समापन समारोह मे विराट भजन संध्या संपन्न, ऐतिहासिक माता के जागरण में जनसैलाब उमड़ा
सिरोही (राजस्थान/रमेश सुथार) एक शाम मां जगदंबे के नाम विराट भजन संध्या व माता के जागरण में युवा भजन सम्राट राष्ट्रवादी गायक छोटू सिंह रावणा ने देर रात तक भजनों की सुर सरिता बहाकर देवनगरी सिरोही के भक्तों व श्रोताओं को प्रभु के जयकारों के साथ एक से बढ़कर एक भजन सुनाकर ज्योत जगाई और भरपूर वाहवाही लूटी।
राम झरोखा मैदान में जगदम्बे नवयुवक मंडल सिरोही के 50 वें नवरात्रि महोत्सव के स्वर्ण जयंती समारोह के समापन अवसर पर आयोजित भजन संध्या में गायक कलाकार छोटूसिंह रावणा ने आयोजन के दिव्य, अदभूत और अलौकिक नजारा देखकर मंडल के कार्यो की सराहना की और उन्होंने सिरोही की ऐतिहासिक तलवार का बखान कर शुरवीरों को याद किया तथा माता भगवती, प्रभु श्री राम सहित प्रभु भक्ति के एक से बढ़कर एक भजन सुनाए।
रावण ने भजन "जागी जागी जोत जगदंबा री जोत जागी रे... थारा टाबरिया जोवे थारी बाट, पधारो म्हारी जोगमाया... ठुमक ठुमक ने चाल भवानी ले हाथों तलवार... उबा रेजो माताजी वालो शेर आवे... म्हारी जसोल री भटियाणी माजीसा खम्मा घणी... सहित लीलण म्हारी रे... आदि सुनाकर कहा कि जहां-जहां शक्तिरूपा मां के इस भूभाग पर अंग गिरे वहां मां के आज 52 शक्तिपीठ मौजूद है और मां भगवती ने हमेशा धर्म की ध्वजा को ऊंचा रखा है। इसी प्रकार रावण ने चंदन हरिया बाग में मारी हेली रे तथा बजरंगबली के जयकारे के साथ "बजवा दिया बजरंग बाला ने, श्री राम का डंका लंका में... और कहां हमारे साथ हैं रघुनाथ तो किस बात की है चिंता। कार्यक्रम का आगाज गणपति व गुरु वंदना से किया गया।
-:: मंडल के आयोजनों की हुई सराहना ::-
भजन संध्या के दौरान छोटू सिंह रावणा समेत अतिथि के रूप में पधारे सांसद देवजी एम पटेल ने आयोजकों को बधाई देकर कहा कि आपने गुजरात व महानगरों जैसा गरबा का दृश्य सिरोही में खड़ा किया है और सभी को बधाई दी। इसी प्रकार मुख्यमंत्री सलाहकार विधायक संयम लोढ़ा ने किसी भी सांस्कृतिक गतिविधि का 50 साल को पूरा करना और लगातार आयोजन को भव्य बनाने की प्रशंसा करते हुए बताया कि बचपन से वे भजनों के रसीक हैं उन्होंने रावणा की तारीफ कर कहा कि आपने मन मोह लिया और गुरु महिमा की बेमिसाल प्रस्तुति पर वाहवाही की। पूर्व राज्य मंत्री ओटाराम देवासी ने आयोजन की सराहना कर सभी को मंगल कामनाएं प्रेषित की।
-:: रावण ने कहा बदल रहा है मेरा देश ::-
भजन गायक रावणा ने भजनों से धर्म, आस्था, भक्ति की ज्योत जगाकर बड़ी तादाद में आए युवा शक्ति व श्रद्धालुओं के जबरदस्त आस्था उत्साह को देखकर प्रभु श्री राम और भारत माता के जयकारे लगवाकर कहा कि कुछ लोग रामराज्य को कल्पना बताकर सबूत मांगते हैं तथा इस पर भजनों के माध्यम से अकाट्य साक्ष्य प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि राम लला की पावन भूमि पर भव्य मंदिर बनने जा रहा है। श्री राम की चौपाई आदि से महिमा बताते हुए कहां "जम्मबू दीपे भारतखंडे आर्यावर्त भारतवर्ष एक नगरी है, हम कथा सुनाते राम सकल गुण धाम की, यह रामायण है पुण्य कथा श्री राम की... तथा इसी प्रकार वीर महापुरुषों को याद कर महाराणा प्रताप की रचना अरे घास री रोटी सुनाई। इसी तरह राम मेरे घर आना, रघुपति राघव राजा राम, चित्रकूट के घाट घाट पर आदि भजनों की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर लोगों में देशभक्ति का ज्वार उमड़ पड़ा और जन समुदाय ने मोबाइल की बत्तियां जलाकर अभिवादन किया। श्रोताओं ने गर्मजोशी से तालियां बजाकर और जयकारे लगाकर कलाकारों का सम्मान किया वही मंडल की ओर से अतिथियों सहित रावणा का बहुमान किया।
-: इन्होंने की कार्यक्रम में शिरकत :-
कार्यक्रम में महंत तीर्थगिरी महाराज, संघ प्रचारक स्वरूपदान भाई साहब, रघुवीरभाई साहब, भूपेंद्र देवासी, रघुभाई माली, राजेश रूपावत, छगनलाल खंडेलवाल, ताराराम माली, ठा. विशनसिंह, शंकरलाल माली, नारायण देवासी, गणपतसिंह राठौड़, अशोक पुरोहित, ऋषि रावल, किरण बाईसा आदि गणमान्य मौजूद थे।
मंडल सदस्यों ने व्यवस्थाओं को अंजाम दिया - कार्यक्रम का संचालन चंदनसिंह राजपुरोहित, लोकेश खंडेलवाल, सुरेश सगरवंशी ने किया वही व्यवस्थाओं में अध्यक्ष विजय पटेल, संयोजक गिरीश सगरवंशी, रणछोड़ पुरोहित, गांधीभाई पटेल, राजेश गुलाबवानी, अतुल रावल, प्रकाश खारवाल, देवेश खत्री, प्रकाश प्रजापति, प्रताप प्रजापत, दिलीप भाई, विकास प्रजापत, दिनेश परमार, महेश पटेल, हरिश खत्री, सज्जनसिंह, तगसिंह, नरेश सगवंशी, मगनलाल मीणा, परबतसिंह, महेंद्र भाई, ओम प्रकाश, गिरीश सोलंकी आदि ने सहयोग किया।