आस्था के मंदिर में उमड़ा लाखो श्रद्धालुओ का सैलाब: 7 दिनों तक आरती दर्शन से मिलती है लकवा रोग से मुक्ति
नागौर (राजस्थान/ तेजाराम लाड़णवा) दुख की घड़ी में जब सारे दरवाजे बंद हो जाते हैं तब एक दरवाजा हमेशा खुला रहता है जो मानव जीवन की आस्था श्रद्धा और भावना से जुड़ा होता है ऐसा ही एक द्वार नागौर जिले के मेड़ता उपखंड के बुटाटी धाम के नाम से प्रसिद्ध है जहां चतुरदास महाराज का बुटाटी धाम. यह वह स्थान है जहां लकवा ग्रस्त रोगियों को बिना किसी झाड़-फूंक मंत्र के रोगमुक्त होने का लाभ प्राप्त होता है . लकवा रोग का इलाज करने वाले चिकित्सक भी इस धाम की अदृश्य शक्ति के कायल नजर आते हैं . इस मंदिर में देश ही नहीं विदेश के भी लकवा ग्रस्त रोगी पहुंच कर अपनी आस्था के श्रद्धा सुमन चतुरदास महाराज के सामने रख अरदास करते देखे गए हैं जो गोदी में उठा कर लाए गए थे और 7 दिनों के पश्चात अपने पैरों पर चलकर गए . आज एकादशी के अवसर पर इस पावन धाम का नजारा देखते ही बन रहा था . हजारों की तादाद में उपस्थित श्रद्धालु अपनी आस्था और श्रद्धा के सुमन के साथ दरबार में पहुंचकर दर्शन लाभ लिया .
प्रत्येक माह की दशम और एकादशी- पूनम - अमावस्या के दिन भारी तादाद में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं . मंदिर कमेटी के उमेद सिंह ने बताया कि मंदिर ट्रस्ट द्वारा लकवा ग्रस्त रोगियों के रहने रहने खाने-पीने सहित सभी व्यवस्थाएं निशुल्क की जाती है. यहां किसी प्रकार की तंत्र मंत्र विद्या नहीं होती है यहां केवल श्रद्धालु अपनी प्रार्थना और 7 दिन की आरती के दर्शन मात्र से ही लकवा रोग से मुक्त हो जाते हैं. आस्था के इस पावन धाम पर श्रद्धा के इस सैलाब को देखकर हर कोई यह मानने को मजबूर हो जाता है कि भारतवर्ष कि यह तपोभूमि किसी चमत्कार से कम नहीं।