सात दिवसीय चेटीचण्ड महोत्सव की तैयारियों को लेकर बैठक संम्पन
खैरथल,अलवर(हीरा लाल भूरानी)
23 मार्च गुरुवार को आयोजित चेटीचण्ड महोत्सव की तैयारियों को लेकर पूज्य सिन्धी पंचायत खैरथल एवं झूलेलाल सेवा मंडल खैरथल की बैठक बाबा शीतलदास लालवानी के सानिध्य में एवं पूज्य सिन्धी पंचायत खैरथल अध्यक्ष मुखी मनोहरलाल रोघा की अध्यक्षता में आनंद नगर कॉलोनी स्थित झूलेलाल मंदिर में आयोजित की गई। इस दौरान पूज्य सिन्धी पंचायत अलवर जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश रोघा ने सभी सदस्यों से विचार विमर्श कर आगामी 23 मार्च शुक्रवार को आयोजित चेटीचंड महोत्सव 17 मार्च शुक्रवार से 23 मार्च गुरुवार तक सात दिवसीय चेटीचण्ड महोत्सव धूमधाम से मनाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। झूलेलाल मंदिर व्यवस्थापक अर्जुनदास बाबानी व महेश आड़तानी ने बताया कि झूलेलाल मंदिर में 23 मार्च को बाबा शीतल दास लालवानी एवं संत महात्माओं के सानिध्य में प्रात: 10:15 बजे ध्वजारोहण, प्रातः 11 बजे कन्या भोज, दोपहर 12 बजे विशाल आम भंडारा, साय 4 बजे विशाल शोभायात्रा कस्बे के मुख्य मुख्य मार्गो से निकाली जाएगी। रात्रि 8: 30 बजे बहराणा साहिब, रात्रि 11 बजे सिन्धी संस्कृतिक संध्या 24 मार्च शुक्रवार को प्रातः 5 बजे आरती के बाद पल्लव के बाद प्रसाद वितरित कर कार्यक्रम का समापन किया जायेगा।
17 मार्च शुक्रवार से 21 मार्च मंगलवार तक प्रतिदिन धार्मिक कार्यक्रम एवं 22 मार्च बुधवार को साय 7 बजे प्रतिभावान छात्र छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा। बेबुराम बालानी व प्रताप कटहरा ने बताया कि चेटीचंद महोत्सव के तहत कस्बे के चारों चौराहों की भव्य सजावट करने के साथ ही कस्बे के सभी सिंधी परिवारों में दीपक बाँटने, महोत्सव में प्रत्येक सिन्धी समाज के परिवार की भागीदारी शत प्रतिशत रखने का निर्णय लिया गया। बैठक के दौरान पूज्य सिंधी पंचायत खैरथल के वरिष्ठ प्रवक्ता हीरा लाल भूरानी, पत्रकार एवं सोशल मीडिया ब्लागर प्रमोद केवलानी,दयालदास प्रदनानी, अर्जुनदास बाबानी, महेश आडतानी, मुखी दिनेश आर्य,सेवक लालवानी, पार्षद जाजन मुलानी, लीलाराम भगतानी, बेबुराम बालानी, गोपालदास पेशवानी, राजकुमार दादवानी,किशनचंद भारती,आसुमल चंदनानी, प्रताप कटहरा,टीकमदास मुरजानी,भगवानदास दाद वानी,श्याम मंघनानी, तुलसीदास भूरानी, बाबूलाल गोरवानी, मंनू मंघवानी,राजा मंगलानी,प्रेम प्रदनानी,देवीदास भगतानी, अर्जुनदास असरानी, राजकुमार आसीजा, लक्ष्मण भूरानी, प्रहलाद मंगलानी,नारी नरवानी, बोनी जयवानी, लालचंद चंगानी,रूपचंद भारती, नत्थूमल रामनानी, श्याम मंघनानी,बूलचंद मानवानी,प्रेम प्रदनानी,गोपाल शर्मा,विष्णुमल गनवानी, मुरलीधर तीर्थानी, धर्मदास तलरेजा, रामचंद, तीर्थदास रोचवानी,सेवाराम बच्चानी, हुकूमतराय किशनानी,ईश्वर गोरवानी, वासुमल दरयानी, हरीश खजनानी,हरीश केवलानी,नंद केवलरामनी, जेठानंद सेजवानी,लजपत निहलानी,किशोर माखीजा, नानकचंद मंघवानी,दिलीप किशनानी, भगवान रामनानी, बाबूलाल लालवानी,चतर ज्ञानवानी, गोरधन बच्चानी, रामचंद थावनानी, धर्मदास गनवानी, रूपचंद चंदवानी, शिशुपाल रेलवानी,जिमडामल माखीजा,आसनदास कोहिस्तानी, कर्मचन्द लखवानी, सुनील राजपालनी,गगनदास रोचवानी,जीतू सोमनानी, नरेश मेठवानी,देवानन्द रेलवानी,लक्ष्मण कटहरा ने अपने- अपने विचार व्यक्त किए।