मणकसास में नीमकाथाना को जिला बनाने और पहाड़ी क्षेत्र के गांवों को शामिल करने की मांग को लेकर सभा
आदिवासी मीणा सेवा संघ के प्रदेश प्रधान सुरेश मीणा भी अपनी टीम के साथ देंगे आंदोलन को गति
नीमकाथाना (सीकर, राजस्थान/ सुमेरसिंह राव) नीमकाथाना को जिला बनाने और पहाड़ी क्षेत्र के गांवों को शामिल करने की मांग दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। उदयपुरवाटी के पहाड़ी क्षेत्र के लोग भी इस आंदोलन में कूद पड़े हैं। पहाड़ी क्षेत्र को नीमकाथाना में शामिल करने की मांग दिनों दिन बढ़ती जा रही है। मंगलवार को मणकसास बस स्टैंड के पास नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया। आदिवासी मीणा सेवा संघ के प्रदेश प्रधान सुरेश मीणा किशोरपुरा ने कहा कि प्रस्तावित नीमकाथाना जिला बनाने एवं उदयपुरवाटी पहाड़ी क्षेत्र के गांव को शामिल करने के लिए मीणा भी अपनी टीम के साथ इस आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा नीमकाथाना मंडी हमारे लोगो के लिए घर की तरह है। लोगो को आए दिन रोजमर्रा के कामों के लिए नीमकाथाना जाना पड़ता है। हमारे इलाके के बड़ी संख्या में सरकारी नोकर, प्राइवेट कामगार, व्यापारी , मजदूर वर्ग जिनके लिए एक मात्र नजदीकी रेलवे स्टेशन नीमकाथाना है। यहां से निजी बस व रोडवेज बसों से देश भर में लोग जाते हैं। निजी फेक्ट्रियो में भी लोग मजदूरी करने जाते हैं। नीमकाथाना हमारे इलाके के बिल्कुल पास होने से यहां के लोग मंडी में भी व्यापार करते हैं। हमारे बुर्जुगों का पीढ़ियों से इस शहर में आना जाना है। यह हमारे गांवों से 10-15 किलोमीटर दूर ही पड़ता है। रोजमर्रा के सभी काम इस शहर से ही होते हैं। जबकि झुंझुनू जिला की दूरी हमारे 75-80 किलोमीटर के लगभग है। मीणा ने कहा है कि जिला बनाने की मुहिम को लेकर विधायकों और मंत्रियों से भी मिलेंगे। इस मौके पर आदिवासी नेता सुरेश मीणा किशोरपुरा, सरपंच बाबू लाल गुर्जर, रामेश्वर गुर्जर माधोगढ़, रोशन वर्मा, कृष्ण सिंह, किशन सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, राजेश सेन, मगेजाराम गुर्जर, प्रकाश सैनी, ओमप्रकाश जांगिड़, प्रमोद बाघोली, राम सिंह सैनी पचलंगी, रामेश्वर सैनी, चौथमल नायक पौख, कालूराम नेहरा, भागचंद सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।