सरकारी विद्यालय में प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से कार्यरत कंप्यूटर अनुदेशक को नियमित करने की मांग को लेकर विधायक को सौंपा ज्ञापन
महुआ,दौसा(अवधेश कुमार अवस्थी)
महुआ 9 अप्रैल सरकारी विद्यालयों में प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से कार्यरत कंप्यूटर अनुदेशक के पद परकार्यरत कंप्यूटर अनुदेशकों को नियमित करने की मांग को लेकर महुआ विधायक ओम प्रकाश हूंड़ला को कंप्यूटर अनुदेशकों द्वारा ज्ञापन सौंपकर नियमित कराने की मांग की है
ज्ञापन में बताया कि सरकार द्वारा विद्यार्थियों के हितों के मध्यनजर शिक्षा विभाग के राजकीय विद्यालयों में चलाई जा चलाई जा रही आईसीटी योजना अंतर्गत कार्यरत कंप्यूटर अनुदेशक (ऑपरेटर) प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से पिछले कई वर्षों से अपने कुशल सेवाएं दे रहे हैं तथा नियमित रूप से विभाग का कार्य कर रहे हैं प्लेसमेंट एजेंसी द्वारा हमें न्यूनतम मानदेय ₹5000 प्रतिमाह भुगतान किया जाता है जो आज के समय में महंगाई को देखते हुए बहुत ही कम व असुविधाजनक है, बहुत कम मानदेय में काफी वर्षों से सरकारी कार्यालयों में सेवाएं दे रहे हैं विगत दिनों में राज्य सरकार द्वारा संविदा कर्मियों को नियमित करने का फैसला लिया है जिसमें कंप्यूटर अनुदेशकों / ऑपरेटरों को संविदा केडर में शामिल नहीं किया गया है,
पिछले कई वर्षों से राज्य के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत लगभग 1500 कंप्यूटर अनुदेशकों द्वारा आईसीटी की देखरेख ऑनलाइन क्लास, शाला दर्पण का कार्य, सैलरी बिल तैयार करना, प्रतिदिन सूचनाएं तैयार करना आदि कार्य कुशलता पूर्वक किया जा रहा है अबकी बार सरकार ग्राम पंचायत में पंचायत सहायक विद्यालय पाठशाला सहायक, मदरसा पैराटीचर तथा चिकित्सा क्षेत्र में संविदा प्लेसमेंट एजेंसी ठेका प्रथा अथवा निविदा पर लगे कार्मिकों को नियमितीकरण व समायोजन का कार्य कर रही है लेकिन पिछले काफी समय से विद्यालयों में लगातार अपनी सेवाएं दे रहे कंप्यूटर अनुदेशकों पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है जबकि हम भी शिक्षा विभाग से जुड़े हुए हैं और अल्प मानदेय पाकर अपने सेवाएं दे रहे हैं बेरोजगारी के समय में अल्प आय में जीवन यापन करना काफी परेशानी जनक है अतः आपसे आशा है कि
1. नियुक्ति, प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से राज्य के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत कंप्यूटर अनुदेशकों को रेकस्को में शामिल करवाकर 1 अप्रैल 2023 से स्थाई नियुक्ति कराकर सभी कम्प्यूटर अनुदेशकों को अनुग्रहित करे, क्योंकि 31 मार्च से सभी कंप्यूटर अनुदेशक बेरोजगार होने की कगार पर है।
2. वेतन वृद्धिः- राज्य के सरकारी विद्यालयो में कार्यरत कंप्यूटर अनुदेशकों को प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से 4300 से 5000 का वेतन दिया जा रहा है और आज काफी वर्ष बीतने के बाद भी आजतक मानदेय में कोई भी वृद्धि नहीं की गई है न्यूनतम मानदेय पाकर परिवार सहित जीवन व्यापन कर पाना काफी कठिन है, आपसे अनुरोध है कि प्रतिवर्ष नियमानुसार मानदेय में वृद्धि की जाए। श्रीमान महोदय से करबद्ध निवेदन है की राज्य के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत कंप्यूटर अनुदेशकों की उपरोक्त मांगो का निराकारण कराने की मांग की है
इस अवसर परमहेश साहू, सोहेल खान, योगेंद्र सिंह, कानाराम, इमरान खान ,रेखा बाई, नरेश चंद्र, मुकेश चंद यादव, सुमित कटारा, चेतन प्रकाश, रवि कुमार, अवधेश कुमार राम प्रसाद सैनी सहित दर्जनों कंप्यूटर अनुदेशक उपस्थित रहे